कोरोना वायरस: मुरादाबाद में मेडिकल और पुलिस टीम पर हमला, डॉक्टर सहित आधा दर्जन घायल
सरकार देश में लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन कुछ लोग प्रयासों को सफल नहीं होने देना चाहते हैं। यही कारण है कि कोरोना की जांच करने पहुंचने वाली मेडिकल टीमों पर हमले की घटनाएं सामने आ रही है। बुधवार को भी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक मरीज की संक्रमण से मौत होने के बाद जांच के लिए गई मेडिकल और पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया।
डॉक्टर सहित आधा दर्जन चिकित्साकर्मी और पुलिसकर्मी घायल
मुरादाबाद पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि कोरोना हॉटस्पॉट नवाबपुरा में हाजी नेक की मस्जिद के पास कोरोना संक्रमण से सरताज नाम शख्स की मौत हो गई थी। इसके बाद उसके भाई को होम क्वारंटाइन किया गया था। बुधवार को उसकी तबीयत बिगड़ने पर मेडिकल टीम पुलिस के साथ उसे लेने और अन्य लोगों की जांच करने गई थी। उसी दौरान करीब 150 लोगों ने हमला कर दिया। इसमें डॉक्टर एचसी मिश्र सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गए।
उपद्रवियों ने योजना बनाकर किया हमला
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मेडिकल टीम ने सरताज के भाई और परिवार के अन्य सदस्यों को एम्बुलेंस में बैठा लिया था। उसी दौरान अचानक आए 150 से अधिक लोगों ने उन पर हमला बोल दिया। मेडिकल टीम को बचने तक का मौका नहीं मिला।
चिकित्सा टीम के बचाव को पहुंची पुलिस पर किया पथराव
पुलिस अधीक्षक पाठक ने बताया कि लोगों ने सुधीर अग्रवाल को बंधक बना लिया और टेक्निशियन से जमकर मारपीट की। पुलिस के पहुंचने पर उग्र भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। इसमें पुलिस की गाड़ी और एम्बुलेंस क्षतिग्रस्त हो गई। इससे पुलिसकर्मियों को उल्टे पैर भागना पड़ा। सूचना पर पहुंचे अतिरिक्त जाब्ते ने बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया। शहर के इमाम को बुलाकर डॉक्टर को छुड़ाया गया।
आरोपियों के खिलाफ NSA के तहत होगी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक पाठक ने बताया कि मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की निंदा करते हुए आरोपियों के खिलाफ महामारी अधिनियम के साथ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धारा और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सरकार हमले हुए सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी लोगों से की जाएगी। उन्होंने बताया कि मामले में शामिल अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
घायलों को कराया अस्पताल में भर्ती
पुलिस अधीक्षक पाठक ने बताया कि उन्होंने में घायल हुए डॉक्टर एचसी मिश्रा, चार चिकित्साकर्मी और एक पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती करया गया है। उनका उपचार जारी है। उनके बयानों के आधार पर अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
17 लोगों के संक्रमित होने पर हॉटस्पॉट बना नवाबपुर
बता दें कि सरताज के 9 अप्रैल को संक्रमण की पुष्टि हुई थीं और 13 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। इसके बाद मेडिकल टीम ने उसके परिजनों सहित क्षेत्र के करीब 57 लोगों सैंपल लिए थे। जांच में 17 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हुई थीं। ऐसे में सरकार ने इस क्षेत्र को हॉटस्पॉट की सूची में डालकर सील करने का निर्णय किया था। बुधवार को सरताज के भाई को लेने गई टीम पर लोगों ने हमला कर दिया।
बिहार में चिकित्सा टीम पर किया हमला
इस बीच बिहार के औरंगाबाद में भी गोह थाना के एकौनी गांव में चिकित्सा विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला किया है। ग्रामीणों ने डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों से मारपीट कर वाहनों में तोड़फोड़ कर दी। मेडिकल टीम जैसे-तैसे जान बचाकर वहां भागी।
मेरठ में भी लोगों ने किया था पुलिस टीम पर हमला
गत शुक्रवार को मेरठ में जली कोठी क्षेत्र की पानी वाली गली स्थित दरी वाली मस्जिद के छह लोगों में चार के संक्रमण की पुष्टि होने पर पुलिस उसे क्षेत्र को हॉटस्पॉट के रूप में सील करने गई थी। उसी दौरान लोगों ने पथराव कर दिया। इसमें ड्यूटी मजिस्ट्रेट सतेंदर सिंह और थानाप्रभारी मुकेश घायल हो गए। सूचना पर पहुंची अन्य थानों की पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ा। इसके बाद मौलाना सहित चार जनों को हिरासत में लिया गया था।
भारत और उत्तर प्रदेश में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में बुधवार तक संक्रमण के 11,439 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 377 को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं 9,756 का इलाज चल रहा है और 1,306 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 1,076 नए मामले सामने आए हैं और 38 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह उत्तर प्रदेश में अब तक 674 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा राज्य में 11 लोगों की मौत हो चुकी है।