लखीमपुर हिंसा: विपक्ष का संसद में हंगामा, राहुल गांधी बोले- अजय मिश्रा अपराधी, इस्तीफा दें
क्या है खबर?
विपक्ष ने आज एक बार फिर से लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर संसद में हंगामा किया और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का इस्तीफा मांगा।
मिश्रा को अपराधी बताते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष मामले पर संसद में चर्चा चाहता है, लेकिन प्रधानमंत्री इससे इनकार कर रहे हैं।
विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
बयान
लखीमपुर में हुई हत्याओं के बारे में बोलने दिया जाना चाहिए- राहुल
लखीमपुर हिंसा पर बोलते हुए राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा, "हमें लखीमपुर खीरी में हुई हत्याओं के बारे में बोलने दिया जाना चाहिए। इसमें एक मंत्री शामिल था और इसके बारे में कहा गया है कि ये एक साजिश थी। सबको पता है कि किसका बेटा शामिल था। हम चाहते हैं कि मंत्री इस्तीफा दे। हम संसद में चर्चा चाहते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री इनकार कर रहे हैं। मंत्री को सजा मिलनी चाहिए। वह एक अपराधी है।"
हमला
प्रियंका गांधी ने भी साधा प्रधानमंत्री पर निशाना
राहुल की बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, 'अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने से सरकार का इनकार उसके नैतिक दिवालियापन का सबसे बड़ा संकेत है। नरेंद्र मोदी जी सावधानी से बनाई गई धार्मिकता की छवि और धार्मिक पोशाक पहनना इस तथ्य को नहीं बदलेगा कि आप एक अपराधी को बचा रहे हैं। अजय मिश्रा को बर्खास्त करके कानून के तहत सजा मिलनी चाहिए।'
अन्य पार्टियां
सपा और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी की मिश्रा के इस्तीफे की मांग
समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने भी NDTV से बात करते हुए कहा कि विशेष जांच दल (SIT) की रिपोर्ट के बाद अजय मिश्रा को इस्तीफा दे देना चाहिए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारुक अब्दुल्ला ने भी मिश्रा के इस्तीफे की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है, उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। प्रधानमंत्री को उनका इस्तीफा लेना चाहिए। तभी संसद शांत होगी। लोग भी सोचेंगे कि प्रधानमंत्री लोकतंत्र को आगे ले जा रहे हैं।"
रिपोर्ट
SIT के घटना को सुनियोजित साजिश बताने के बाद विपक्ष ने तेज किया है हमला
बता दें कि विपक्षी पार्टियों ने मिश्रा के इस्तीफे की ये मांग मामले की जांच कर रही SIT की उस रिपोर्ट के बाद की है जिसमें उसने कहा है कि लखीमपुर में सुनियोजित साजिश के तहत किसानों पर गाड़ी चढ़ाई गई थी।
SIT ने जज से मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के खिलाफ तय किए गए आरोपों को संशोधित करने का अनुरोेध भी किया है। मिश्रा के खिलाफ हत्या की कोशिश समेत अन्य आरोप तय करने को भी कहा गया है।
पृष्ठभूमि
लखीमपुर खीरी में क्या हुआ था?
लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के दौरे के समय हिंसा हुई थी, जिसमें चार आंदोलनकारी किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हुई।
मिश्रा कार्यक्रम के लिए लखीमपुर खीरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचे थे। आरोप है कि लौटते वक्त मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें चार किसान मारे गए।
बाद में भीड़ ने दो भाजपा कार्यकर्ताओं और ड्राइवर को पीट-पीट कर मार दिया। एक पत्रकार भी मारा गया था।