दिल्ली-NCR में वैक्सीनेशन का 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला पहला शहर बना गुरुग्राम
हरियाणा के गुरुग्राम में सभी पात्र लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन की दोनों खुराकें लगाई जा चुकी है। इसी के साथ गुरुग्राम वैक्सीनेशन का 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला दिल्ली-NCR का पहला शहर और पहला जिला बन गया है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, गुरुग्राम में 18,03,655 पात्र लोगों को वैक्सीन की 41,28,596 खुराकें दी गई है। इसमें 128.6 प्रतिशत (बाहर के लोग भी शामिल) लोगों को पहली और 100.3 प्रतिशत को दोनों खुराकें दी जा चुकी है।
गुरुग्राम के लक्ष्य हासिल करने के क्या है मायने?
गुरुग्राम में वैक्सीनेशन का 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने का फायदा यह होगा कि इससे राज्य के अन्य जिलों को भी प्रेरणा मिलेगी और वह भी वैक्सीनेशन की रफ्तार में तेजी लाने का प्रयास करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि यह सफलता स्वास्थ्य विभाग के मेगा वैक्सीनेशन अभियान, विशेष वैक्सीनेशन शिविर और लोगों को केंद्र तक लाने के प्रयासों का परिणाम है। वैक्सीन से बचे लोगों के लिए अभी भी अभियान जारी रहेगा।
गुरुग्राम में कैसे चला वैक्सीनेशन अभियान?
बता दें कि 16 जनवरी से वैक्सीनेशन अभियान शुरुआत के बाद से गुरुग्राम में कुल 40,441 वैक्सीनेशन सत्र हो चुके हैं। जिले ने 'हर घर दस्तक' के तहत 3 नवंबर से डोर-टू-डोर अभियान शुरू किया था। स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 6,97,672 घरों का दौरा किया और इस प्रयास के तहत 2,53,357 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। प्रत्येक महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए और 8,431 महिलाओं को वैक्सीन लगाई गई।
'घर-घर वैक्सीनेशन' अभियान रहा आखिरी पड़ाव'
गुरुग्राम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीरेंद्र यादव ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "16 जनवरी से टीकाकरण शुरू होने के बाद से विभाग इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है। विभिन्न स्थानों पर वैक्सीनेशन शिविर लगाने से जिले को 11 महीनों में ही 100 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने में मदद मिली है।" उन्होंने कहा, "घर-घर वैक्सीनेशन अभियान आखिरी कदम था, जिससे हमें सफलता हासिल करने में मदद मिली।"
जिले में वैक्सीनेशन की क्या रही है स्थिति?
गुरुग्राम में 18-44 वर्ष की आयु के लोगों को कुल 28,54,294 खुराकें (16,40,210 प्रथम और 12,14,084 दूसरी) दी गई। 45-59 साल में कुल 6,90,642 खुराकें दी गई हैं और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को 3,99,429 खुराकें दी गई हैं।
वैक्सीनेशन अभियान में क्या होगा अगल चरण?
यादव ने कहा कि अगले चरण में अधिकारियों को 1,000 लोगों का सर्वेक्षण करने के लिए कहा गया है। जिन लोगों को अभी तक वैक्सीन की खुराकें नहीं लगी है, उन्हें फिर से वैक्सीन लगाई जाएगी। बूस्टर खुराक के बारे में यादव ने कहा कि अभी तक केंद्र या राज्य सरकार के कोई दिशानिर्देश नहीं मिले हैं। बच्चों के वैक्सीनेशन पर उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रासंगिक डेटा एकत्र कर लिया है और निर्देश मिलने पर वैक्सीनेशन शुरू कर दिया जाएगा।
ओमिक्रॉन मरीजों में नजर आए हैं सामान्य लक्षण
यादव ने कहा कि अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के मरीजों में अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की स्थिति नहीं देखी गई है। विशेष रूप से, अक्टूबर में तीसरे सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण में गुरुग्राम में 78.3 प्रतिशत आबादी में एंटीबॉडी पाई गई थी।
हरियाणा में क्या है कोरोना संक्रमण की स्थिति?
बता दें हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। हालांकि, ओमिक्रॉन के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने थोड़ी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। मंगलवार को राज्य में कोरोना संक्रमण के 43 नए मामले सामने आए हैं और एक मरीज की मौत हुई है। इसके साथ राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 7,72,271 पर पहुंच गई है। इनमें से 10,062 की मौत हो चुकी है और 7,61,952 उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।