कोरोना महामारी के बीच पंजाब सरकार की सख्ती, वैक्सीनेशन बिना सरकारी कर्मचारियों को नहीं मिलेगा वेतन
भारत में कोरोना वायरस ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके अलावा संक्रमण के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। इसी बीच पंजाब सरकार वैक्सीनेशन को लेकर सख्त रुख अपनाया है। अब पंजाब में वैक्सीन न लगवाने वाले सरकारी कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दिया जाएगा। पंजाब सरकार के वित्त विभाग की ओर से बुधवार को राज्य के सभी सरकारी विभागों को इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं।
वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के बिना नहीं मिलेगा वेतन
वित्त विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए वैक्सीन अनिवार्य कर दी गई है। ऐसे में अब वैक्सीनेश का प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं करने वाले सरकारी कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दिया जाएगा। आदेश में कहा गया है कि कर्मचारियों ने भले ही वैक्सीन की एक खुराक ली है या फिर दोनों, लेकिन उन्हें वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र आवश्यक रूप से प्रस्तुत करना होगा। इसके बिना वेतन नहीं मिलेगा।
कर्मचारियों को IHRMS पोर्टल पर डालना होगा वैक्सीनेशन नंबर
आदेश में कहा गया है कि अब सभी सरकारी कर्मचारियों को अपने वेतन के लिए IHRMS पोर्टल पर अपने वैक्सीनेशन का नंबर डालना होगा। यह नंबर वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र पर मौजूद रहता है। इस नंबर के बिना कर्मचारियों को वेतन जारी नहीं किया जाएगा। बता दें कि पंजाब सरकार ने कर्मचारियों के वेतन वितरण में धोखाधड़ी को रोकने के लिए IHRMS पोर्टल संचालित किया था। इसके जरिए कर्मचारी के निर्धारित बैंक खाते में वेतन जमा कराया जाता है।
सरकार के इस आदेश के पीछे क्या है कारण?
पंजाब सरकार की यह सख्त नीति ऐसे समय सामने आई है जब देश में ओमिक्रॉन का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। सरकार का मानना है कि सरकारी कर्मचारी लोगों से नियमित मिलते हैं। ऐसे में अन्य लोगों में भी संक्रमण फैल सकता है। इसी तरह चुनाव आयोग ने वैक्सीन लगवाने वाले कर्मचारियों को ही चुनाव ड्यूटी में लगाने के आदेश दिए हैं। ऐसे में राज्य में होने वाले चुनावों को देखते हुए भी यह कदम उठाया गया है।
पंजाब में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
पंजाब में अभी 2,59,04,479 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें से 1,69,62,706 लोगों को पहली और 89,41,773 लोगों को ही दोनों खुराकें लगाई गई है। इसी को लेकर पंजाब सरकार की चिंता बनी हुई है। बड़ी संख्या में फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने भी दूसरी खुराक नहीं लगवाई है। इसी तरह पंजाब में मंगलवार को सामने आए 22 नए मामलों के साथ कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 6,04,008 पर पहुंच गई है। इनमें से 16,633 की मौत हो चुकी है।
हरियाणा सरकार ने भी बरती है सख्ती
हरियाणा सरकार ने भी वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं लगवाने वालों को 1 जनवरी से सार्वजनिक स्थानों पर प्रवेश नहीं देने का निर्णय किया है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को इसकी घोषणा की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट का प्रकोप बढ़ रहा है। इससे तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में लोगों को वैक्सीन लगवानी जरूरी है। ऐसे में सरकार ने अब सख्ती बरतने का निर्णय किया है।
हरियाणा में यह है वैक्सीनेशन की स्थिति
स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि राज्य में अब तक वैक्सीन की 3,07,97,974 खुराकें लगाई जा चुकी है। इनमें से 1,90,36,049 लोगों को वैक्सीन की पहली और 1,17,01,925 लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी है। यह कुल वयस्क आबादी का 57 प्रतिशत हिस्सा है।