उत्तर प्रदेश: वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए नई रणनीति तैयार, गांवों पर होगा फोकस
क्या है खबर?
हाल ही केंद्र सरकार ने वैक्सीन की दूसरी खुराक देने में पिछड़ रहे राज्यों से रफ्तार बढ़ाने को कहा था। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अब गांवों पर खास ध्यान देने की योजना बनाई है।
राज्य सरकार अब वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए गांवों को तीन श्रेणियों में विभाजित कर आगे बढ़ेगी।
इस संबंध में आदेश जारी हो चुकी है और 1 नवंबर से नई योजना पर काम शुरू होगा।
वैक्सीनेशन अभियान
राज्य में पहली और दूसरी खुराक में अंतर बड़ा
न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने नई रणनीति को 'कलस्टर मॉडल 2.0' नाम दिया है।
करीब 12.5 करोड़ खुराकों के साथ उत्तर प्रदेश खुराकों की संख्या के मामले में सबसे आगे है। यहां की करीब 65 फीसदी को पहली खुराक मिल चुकी है, लेकिन दूसरी खुराक के मामले में यह सबसे पीछे रह रहे राज्यों में शामिल है और यहां की 20 फीसदी आबादी भी पूरी तरह वैक्सीनेट नहीं हो पाई है।
रणनीति
इन श्रेणियों में विभाजित किए जाएंगे गांव
जिलाधिकारियों को भेजे पत्र में उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि पहली खुराक के बचे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गांवों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पहले लेखपाल उन लोगों का सत्यापन करेंगे, जिन्हें पहली खुराक लग चुकी है। इससे राज्य सरकार को भरोसेमंद आंकड़े मिलने की उम्मीद है।
इसके बाद गांवों को 95 प्रतिशत से अधिक वैक्सीनेशन, 80-95 प्रतिशत वैक्सीनेशन और 80 प्रतिशत से कम वैक्सीनेशन कवरेज के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया जाएगा।
वैक्सीनेशन
कम कवरेज वाले गांंवों पर ध्यान देगी टास्क फोर्स
गांवों के वर्गीकरण के बाद पहले 95 प्रतिशत और 80-95 प्रतिशत वैक्सीनेशन कवरेज वाले गांवों को प्राथमिकता दी जाएगी। किसी गांव की पूरी पात्र आबादी को पहली खुराक लगने के बाद वहां के प्रधान को सम्मानित किया जाएगा। वहीं जिन गांवों में 80 प्रतिशत से कम कवरेज हुई है, उन पर ध्यान देने के लिए खंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन होगा।
शहरों में वैक्सीनेशन की रणनीति में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश
आशा और आंगनवाड़ी कर्मचारियों की भी ली जाएगी मदद
राज्य सरकार ने बताया है कि गांवों में वैक्सीन लेने से छूट गए लोगों की पहचान के लिए आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद ली जाएगी और उन्हें गांव के सम्मानित लोगों की मदद से वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश में करीब 17.5 करोड़ लोग वैक्सीन लेने के पात्र हैं। अब सरकार की कोशिश है कि नई रणनीति के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को जल्द वैक्सीनेशन कवरेज में लाया जा सके।
जानकारी
उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अभी तक वैक्सीन की कुल 12,54,11,515 खुराकें दी गई हैं। इनमें से 9,58,81,826 लोगों को पहली खुराक दी गई है, जबकि 2,95,29,689 लोग पूरी तरह वैक्सीनेट हो चुके हैं।
कोरोना वायरस
देश में संक्रमण और वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 15,906 नए मामले सामने आए और 561 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,41,75,468 हो गई है। इनमें से 1,72,594 सक्रिय मामले हैं और 4,54,269 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। वहीं 3,35,48,605 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 1,02,10,43,258 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 77,40,676 खुराकें लगाई गई थीं।