वैक्सीनेशन अभियान: देश में 10 करोड़ लोगों ने तय समय पर नहीं ली दूसरी खुराक
देश में 10 करोड़ से अधिक लोगों ने तय समय में कोरोना वायरस वैक्सीन की दूसरी खुराक नहीं ली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को बैठक कर राज्यों को दूसरी खुराक की कवरेज बढ़ाने को कहा है। बैठक में केंद्र ने राज्यों को बताया कि 10.34 करोड़ लोगों ने तय समय के बीच दूसरी खुराक नहीं ली है। इनमें से 85 प्रतिशत को कोविशील्ड और 15 प्रतिशत को कोवैक्सिन की पहली खुराक लगी है।
नवंबर अंत तक सबको एक खुराक देने का लक्ष्य
बुधवार को मांडविया ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इसमें उन्होंने राज्यों से अगले महीने के अंत तक सभी पात्र लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगाने का लक्ष्य रखने को कहा है। उन्होंने कहा कि देश में वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति है और राज्यों के पास 12 करोड़ से अधिक खुराकें बची हुई हैं, जिनका इस्तेमाल नहीं हुआ है। किसी भी जिले को पूर्ण वैक्सीनेशन के बिना नहीं रहना है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कही स्थानीय स्तर पर योजना बनाने की बात
स्वास्थ्य मंत्री ने तय समय में दूसरी खुराक न लेने वाले लोगों की संख्या कम करने के लिए स्थानीय और क्षेत्रीय स्तर पर योजना बनाने को कहा है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बैठक के दौरान राज्यों ने भी इस दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। बिहार ने गांवों में वैक्सीनेशन के लिए 279 मोबाइन वैन शुरू की है, वहीं झारखंड ने घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करने के लिए आशा कर्मियों की मदद ली है।
34 फीसदी व्यस्क आबादी पूरी तरह वैक्सीनेट हुई
भारत में अब तक वैक्सीन की 1,04,04,99,873 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 49,09,254 खुराकें बीते दिन लगाई गईं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश की करीब 77 फीसदी व्यस्क आबादी को वैक्सीन की पहली और 34 फीसदी आबादी को दोनों खुराकें मिल चुकी हैं।
इन राज्यों में कवरेज राष्ट्रीय औसत से बेहतर
बड़े राज्यों की बात करें गुजरात (53 प्रतिशत), कर्नाटक (46 प्रतिशत), राजस्थान (38 प्रतिशत) और मध्य प्रदेश (35 प्रतिशत) की दूसरी खुराक की कवरेज राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। वहीं महाराष्ट्र (33 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल (26 प्रतिशत), बिहार (21 प्रतिशत) और उत्तर प्रदेश (18 प्रतिशत) कवरेज के साथ राष्ट्रीय औसत से नीचे है। बड़े राज्यों में सबसे पीछे चल रहे उत्तर प्रदेश ने कवरेज बढ़ाने के लिए नई रणनीति बनाई है, जिसके तहत गांवों पर खास ध्यान दिया जाएगा।
"एक साल बाद की जा सकती है बूस्टर खुराक की उम्मीद"
वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके लोग संक्रमण से बचाव के लिए बूस्टर डोज (तीसरी खुराक) की मांग करने लगे हैं। इस पर दिल्ली स्थिति अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने एक साल बाद बूस्टर खुराक की उम्मीद करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि बूस्टर खुराक की जरूरत अगले साल कभी भी हो सकती है, लेकिन यह निर्भर करेगा कि पहले दी गई दोनों खुराकें बीमारी और मृत्यु से कब तक बचाए रखती हैं।
देश में संक्रमण की क्या स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 16,156 नए मामले सामने आए और 733 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,42,31,809 हो गई है। इनमें से 4,56,386 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 1,60,989 रह गई है।सरकार ने चेतावनी जारी की है कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए लोगों को दिसंबर तक विशेष सावधानी बरतनी होगी।