वायु प्रदूषण: NGT की पंजाब सरकार को फटकार, कहा- पराली जलना रोकने में नाकाम रही
क्या है खबर?
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने सोमवार को दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच पराली जलने की घटनाओं में बढ़ोत्तरी के लिए पंजाब सरकार को फटकार लगाई।
NGT ने कहा, "सैटेलाइट तस्वीरों में आज (20 नवंबर) भी पूरा पंजाब लाल रंग में दिख रहा है और अगर सरकार पराली जलाने पर कार्रवाई कर रही है तो स्थिति में सुधार क्यों नहीं हो रहा है?"
आइए जानते हैं कि NGT ने और क्या-क्या कहा।
NGT
NGT ने कहा- पंजाब में पराली जलना जारी
NGT की मुख्य पीठ ने कहा, "8 नवंबर के आदेश के बाद भी पंजाब में पराली जलना जारी है, जिसके कारण दिल्ली और आसपास के शहरों में वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बनी हुई है।"
पीठ ने कहा, "ये आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि पंजाब सरकार आग जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रही है। उसके अधिकारियों की कार्यशैली में कमी है, जिस वजह से वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं हो रहा है।"
NGT
NGT ने संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों को दिए निर्देश
NGT ने वायु प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान पंजाब समेत अन्य राज्य राज्यों के मुख्य सचिवों को स्पष्ट निर्देश जारी किए।
पीठ ने कहा, "जिन शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गिरावट दर्ज की गई है या जहां गुणवत्ता गंभीर बनी हुई है, उन शहरों में तत्काल हर संभव उपाय करें और सुनिश्चित करें कि हवा की गुणवत्ता में सुधार हो।"
इससे पहले पीठ के समक्ष पंजाब समेत अन्य राज्यों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट्स प्रस्तुत की थीं।
पंजाब
पंजाब सरकार ने कहा- घटनाओं में 30 प्रतिशत की आई कमी
पंजाब सरकार ने NGT को बताया कि 19 नवंबर तक खेतों में आग लगने की घटनाओं में करीब 30 प्रतिशत की कमी देखी गई।
सरकार ने कहा, "पंजाब पुलिस ने 8 नवंबर से अब तक पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ 932 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें से 7,405 मामलों में 1.67 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।"
उसने बताया, "पिछले 2 दिन में आग लगाने के 1,377 मामले दर्ज किए गए हैं।"
नवंबर
पंजाब और अन्य राज्यों को सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
नवंबर की शुरुआत से ही दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर है।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने 7 नवंबर को पराली को प्रदूषण का प्रमुख जिम्मेदार बताते हुए पंजाब सरकार को पराली जलाने की घटनाओं पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया था।
कोर्ट ने कहा, "हम चाहते हैं कि यह (पराली जलाना) बंद हो। हम नहीं जानते कि आप (पंजाब सरकार) यह कैसे करेंगे, यह आपका काम है, लेकिन इसे रोका जाना चाहिए।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
पराली जलाने समेत अन्य कारणों की वजह से हर साल सर्दियों के दौरान दिल्ली-NCR में हवा की गुणवत्ता खराब हो जाती है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या मुख्य रूप से परिवहन और औद्योगिक क्षेत्र से कॉर्बन उत्सर्जन के कारण होती है।
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा किए गए एक विश्लेषण के अनुसार, शहर में 1 नवंबर से 15 नवंबर तक प्रदूषण चरम पर होता है। इसी दौरान पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि होती है।