
2014 से अब तक भारत में 350 से अधिक बार बंद हुआ इंटरनेट, दुनिया में सर्वाधिक
क्या है खबर?
भारत में बीते कुछ महीनों में इंटरनेट बंद करने के कई मामले सामने आए हैं और किसी भी प्रदर्शन के दौरान इंटरनेट बंद करना एक आम चलन बन गया है।
लेकिन ये चलन पिछले कुछ महीनों में ही नहीं देखा गया है, बल्कि पिछले कई सालों से चला आ रहा है।
2014 से लेकर अब तक भारत में 350 से अधिक बार इंटरनेट को बंद किया जा चुका है। ये संख्या दुनिया के किसी भी देश से अधिक है।
आंकड़े
किस साल कितनी बार बंद हुआ इंटरनेट?
2014 में भारत में छह बार इंटरनेट को बंद किया गया।
2015 में ये संख्या बढ़कर 14 हो गई। इसके बाद ये संख्या लगातार बढ़ती रही और 2016 में 31, 2017 में 79 और 2018 में 134 बार इंटरनेट को बंद किया गया।
इस साल अभी तक 95 बार इंटरनेट को बंद किया जा चुका है जो दुनिया के कुल इंटरनेट शटडाउन का 67 प्रतिशत है।
इसके कारण भारत को दुनिया की 'इंटरनेट शटडाउन कैपिटल' भी कहा जा रहा है।
डाटा
2018 में दूसरे नंबर पर रहे पाकिस्तान में मात्र 12 बार बंद हुआ था इंटरनेट
ये संख्या कितनी बड़ी है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है 2018 में जब भारत में 134 बार इंटरनेट बंद किया गया था, तब दूसरे नंबर पर रहे पाकिस्तान में इससे कई गुना कम 12 बार इंटरनेट बंद किया गया था।
जम्मू-कश्मीर
इस साल जम्मू-कश्मीर में हुआ सबसे अधिक बार इंटरनेट बंद
इस साल अब तक जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा 53 बार इंटरनेट को बंद किया गया है जिसमें 93 इलाके प्रभावित हुए। ये भारत के कुल इंटरनेट शटडाउन का ये 59 प्रतिशत है।
बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने के बाद से कश्मीर में इंटरनेट बंद है।
इस इंटरनेट शटडाउन को चार महीने से अधिक समय हो चुका है जो किसी भी लोकतांत्रिक देश में सबसे अधिक है।
पुलवामा आतंकी हमला
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी हुआ था इंटरनेट बंद
इससे पहले जब 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के हमले में 40 CRPF जवानों की शहीद होने के बाद भी कई इलाकों में इंटरनेट बंद किया गया था।
इस दौरान पुलवामा में सबसे अधिक 15 बार इंटरनेट बंद किया गया।
इसके अलावा शोपियां में 11, कुलगाम में नौ, बारामूला में नौ, अनंतनाग में आठ, कुपवाड़ा में छह, श्रीनगर में छह और बड़गाम में पांच बार इंटरनेट को बंद किया गया।
अन्य राज्य
इंटरनेट शटडाउन के मामले में राजस्थान दूसरे नंबर पर
जम्मू-कश्मीर के बाद कांग्रेस शासित राजस्थान में इस साल सबसे ज्यादा इंटरनेट बंद किया गया।
राज्य में कुल 18 बार ऐसा हुआ और इसका मुख्य कारण अफवाहों के कारण सांप्रदायिक तनाव फैलने से रोकना रहा।
राजस्थान के बाद असम में 12 बार, उत्तर प्रदेश में 11 बार और पश्चिम बंगाल में नौ बार इंटरनेट को बंद किया गया।
डिजिटल इंडिया बनाने के सपने के बीच ये आंकड़े काफी कुछ कहते हैं।
नागरिकता कानून
नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के कारण कई इलाकों में इंटरनेट बंद
बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के कारण भी देश में कई जगह इंटरनेट को बंद किया गया है।
गुरूवार को देश की राजधानी दिल्ली में पहली बार इंटरनेट बंद किया गया।
इसके अलावा असम में भी लगातार 10 दिन तक इंटरनेट बंद रहा जिसे आज शुरू किया गया है।
अभी उत्तर प्रदेश के 15 जिलों, कर्नाटक के मंगलुरू और दक्षिण कन्नड़ और मेघालय में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
जानकारी
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार से मांगा जवाब
उत्तर प्रदेश में इंटरनेट बंद किए जाने से इलाहाबाद हाई कोर्ट का काम भी प्रभावित हो रहा है और कोर्ट ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार से राज्य में इंटरनेट बंद किए जाने पर जवाब मांगा है। दोनों जगह भाजपा की सरकार है।