वैक्सीनेशन: भारत ने अगस्त में लगाईं 18 करोड़ खुराकें, G7 देश लगा पाए केवल 10 करोड़
क्या है खबर?
भारत में वैक्सीनेशन अभियान अब रफ्तार पकड़ने लगा है और बीते महीने 18 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई गईं।
केंद्र सरकार ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि यह संख्या G7 देशों में लगाई गईं कुल खुराकों से अधिक है। G7 देश लगभग 10 करोड़ खुराकें ही लगा पाए हैं।
बता दें कि भारत ने अगस्त में पहली बार एक दिन में एक करोड़ से अधिक खुराकें लगाने का आंकड़ा भी पार किया था।
वैक्सीनेशन अभियान
G7 देशों की तुलना में आगे है भारत
यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, कनाडा, जापान, जर्मनी, इटली और फ्रांस समेत सात बड़ी लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्थाएं G7 समूह का हिस्सा है। भारत ने अगस्त में इन सारे देशों से अधिक खुराकें लगाई हैं।
सरकार के अनुसार, अगस्त में कनाडा ने 30 लाख, यूनाइटेड किंगडम ने 50 लाख, इटली ने 80 लाख और जर्मनी ने 90 लाख खुराकें लगाई थीं।
G7 में केवल जापान (चार करोड़), अमेरिका (2.3 करोड़) और फ्रांस (1.3 करोड़) ही एक-एक करोड़ से अधिक खुराकें लगा पाए हैं।
वैक्सीनेशन
कुल खुराक लगाने के मामले में दूसरे स्थान पर भारत
G7 देश अगस्त महीने में 10 करोड़ से कुछ अधिक खुराकें लगा पाए हैं। अन्य देशों की बात करें मेक्सिको ने अगस्त में 1.7 करोड़, इंडोनेशिया ने तीन करोड़ और ब्राजील ने पांच करोड़ खुराकें लगाई हैं। इन सबको बड़े अंतर से पछाड़ते हुए भारत सबसे आगे रहा है।
सबसे ज्यादा खुराकें लगाने के मामले में भारत दुनिया में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है, लेकिन कुल आबादी को पूरी तरह वैक्सीनेट करने में काफी पीछे है।
जानकारी
राज्यों को मुहैया कराई गईं लगभग 67 करोड़ खुराकें- केंद्र
स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 66.89 करोड़ से अधिक खुराकें मुहैया करवा दी गई हैं और 1.56 करोड़ अभी पाइपलाइन में हैं। चार करोड़ से अधिक खुराकें राज्यों के पास अभी इस्तेमाल के लिए बची हुई हैं।
गौरतलब है कि भारत में कुल छह वैक्सीनों को इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन इनमें से तीन का ही उपयोग हो रहा है।
कोरोना वैक्सीनेशन
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
भारत में अभी तक कुल 68,46,69,521 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। इनमें से 71,61,760 खुराकें बीते दिन लगाई गईं।
देश के 52,45,46,930 लोगों को वैक्सीन की एक और 16,01,22,591 लोगों को दोनों खुराकें दी जा चुकी हैं। सरकार ने दिसंबर तक पूरी व्यस्क आबादी को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा है।
देश में जल्द ही 18 साल से कम उम्र के बच्चों और किशोरों के लिए भी वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो सकता है।
वैक्सीनेशन
सबसे ज्यादा कोविशील्ड का हो रहा इस्तेमाल
सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार, वैक्सीनेशन अभियान में सबसे ज्यादा सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड का इस्तेमाल हो रहा है।
देश में लगाई गई 67 करोड़ से अधिक खुराकों में से 87 प्रतिशत कोविशील्ड की खुराकें हैं। 12 प्रतिशत खुराकें भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन की और बाकी एक प्रतिशत स्पूतनिक-V की हैं।
आने वाले दिनों में मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और जायडस कैडिला की वैक्सीनों का उपयोग भी शुरू होने की उम्मीद है।