NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    जम्मू-कश्मीर
    क्राइम समाचार
    कोरोना वायरस
    कोरोना वायरस वैक्सीन
    लखीमपुर रेप-हत्याकांड
    हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH)
    भू-धंसाव
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / देश की खबरें / भारत और चीन के बीच फिर बढ़ा तनाव, जानिए कहां और क्यों आती है यह स्थिति
    देश

    भारत और चीन के बीच फिर बढ़ा तनाव, जानिए कहां और क्यों आती है यह स्थिति

    भारत और चीन के बीच फिर बढ़ा तनाव, जानिए कहां और क्यों आती है यह स्थिति
    लेखन भारत शर्मा
    May 21, 2020, 09:04 pm 1 मिनट में पढ़ें
    भारत और चीन के बीच फिर बढ़ा तनाव, जानिए कहां और क्यों आती है यह स्थिति

    भारत और चीन की सेना के बीच सीमा पर एक बार फिर से तनाव बढ़ गया है। गत दिनों लद्दाख स्थित लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर दोनों देशों के सेनाओं के बीच झड़प होने के बाद तनाव बढ़ गया था और अब गलवान नदी तथा लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के पास दोनों तनाव बढ़ा है। दोनों देशों के बीच पिछले छह दशक से टकराव हो रहा है। आइए जानते हैं आखिर कहां और क्यों होता है टकराव।

    दोनों देशों की सेनाओं के बीच मौजूदा टकराव की यह है स्थिति

    वर्तमान में दोनों देशों की सेनाओं के बीच गलवान नदी और लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के आस-पास के क्षेत्र को लेकर तनाव बढ़ा हुआ है। भारत का कहना है कि गत दिनों अक्साई चीन में स्थिति गालवन घाटी के किनारे चीनी सेना के कुछ टेंट देखे गए थे। उसके बाद भारत ने भी वहां फौज की तैनाती बढ़ा दी। वहीं, चीन का आरोप है कि भारत गालवन घाटी के पास रक्षा संबंधी गैर-कानूनी निर्माण कर रहा है।

    मौजूदा विवाद पर विदेश मंत्रालय ने यह दिया बयान

    मौजूदा विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, "भारतीय सैनिक सीमा क्षेत्र से भली-भांति परिचित हैं, बल्कि चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना के जवानों द्वारा की जा रही गश्त में बाधा डालने की कोशिश की है, जिससे ये परेशानी खड़ी हुई।"

    अक्साई चीन को लेकर 1662 से चला आ रहा है दोनों देशों के बीच विवाद

    भारत-चीन के बीच सबसे बड़ा कारण अक्साई चीन है। भारत इस पर अपना दावा करता है और वर्तमान में यह चीन के नियंत्रण में है। 1962 के युद्ध में चीन ने इस पर कब्जा कर लिया था। वहीं पूर्वी सेक्टर में चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता है। वह तिब्बत और अरुणाचल के बीच की मैकमोहन रेखा को भी नहीं मानता है। उसका कहना है कि समझौते के समय वह मौजूद नहीं थी।

    तिब्बत को आजाद मुल्क नहीं मानता है चीन

    बता दें साल 1914 में तिब्बत चीन से अलग होकर स्वतंत्र देश बन गया था और ब्रिटिश भारत और तिब्बत के प्रतिनिधियों ने मैकमोहन रेखा समझौता किया था, लेकिन चीन तिब्बत को स्वतंत्र नहीं मानता और अक्साई चीन पर भारत का दावा खारिज करता है।

    LAC को लेकर भी बना रहता है दोनों देशों में विवाद

    अक्साई चीन को लेकर होने वाले विवाद के कारण दोनों देशों के बीच कभी सीमा निर्धारण नहीं हो सका। यथास्थिति बनाए रखने के लिए LAC टर्म का इस्तेमाल किया जाने लगा। हालांकि, अभी यह भी स्पष्ट नहीं है। दोनों देश अपनी अलग-अलग LAC बताते हैं। इस LAC पर कई ग्लेशियर, बर्फ के रेगिस्तान, पहाड़ और नदियां पड़ती हैं। LAC के साथ लगने वाले कई ऐसे इलाके हैं जहां अक्सर भारत और चीन के सैनिकों के बीच तनाव होता रहता है।

    पैंगोंग त्सो झील के कारण भी होता रहता है दोनों सेनाओं में तनाव

    हिमालय में करीब 14,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित 134 किलोमीटर लंबी पैंगोंग त्सो झील भी दोनों देशों के बीच विवाद का प्रमुख कारण है। इसी झील का 45 किलोमीटर क्षेत्र भारत में और 90 किलोमीटर क्षेत्र चीन में आता है। LAC भी इस झील के बीच से गुजरती है। ऐसे में दोनों में इस पर अधिकार को लेकर विवाद है। कहा जाता है कि पश्चिमी सेक्टर में चीन द्वारा सबसे अधिक अतिक्रमण इसी झील के आस-पास किए जाते हैं।

    निर्माण को लेकर गालवन घाटी पर होता है विवाद

    गालवन घाटी विवादित क्षेत्र अक्साई चीन में है। यहां पर LAC अक्साई चीन को भारत से अलग करती है और यह चीन के दक्षिणी शिनजियांग और भारत के लद्दाख तक फैली है। LAC के समझौते को लेकर चीन घाटी में भारत के निर्माण को गैरकानूनी बताता है। चीन पहले ही यहां सैन्य निर्माण कर चुका है और अब वो मौजूदा स्थिति बनाए रखने की बात करता है। अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए भारत भी यहां निर्माण करना चाहता है।

    चीन के सड़क निर्माण को रोकने पर हुआ था विवाद

    2017 में ही बहुचर्चित डोकमाम विवाद हुआ था। डोकलाम भारत, चीन और भूटान की सीमा पर स्थित इलाका है। यहां अगस्त 2017 में चीन ने अवैध निर्माण कार्य शुरु किए थे। उसका मकसद भूटान के अंदर तक सड़क बनाने का था, ताकि भारत पर लगातार नजर रखी जा सके। यह चीनी कॉरिडोर सिलीगुड़ी की तरफ जाता है और इसके जरिए चीन उत्तर-पूर्व भारत पर बुरी नजर डाल सकता है। 72 दिनों के बाद दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी थीं।

    तवांग इलाके पर हमेशा रही है चीन की निगाहें

    चीन अरुणाचल प्रदेश के तवांग पर हमेशा से ही तिब्बत का हिस्सा मानता है। वह इसे अपने साथ लेकर तिब्बत की तरह ही प्रमुख बौद्ध स्‍थलों पर अपनी पकड़ बनाना चाहता है। दरअसल 1914 में हुए समझौते के दौरान अरुणाचल प्रदेश के उत्तरी हिस्से तवांग को भारत का हिस्सा माना लिया गया था। इसके बाद 1962 में चीन ने तवांग पर कब्जा कर लिया था, लेकिन अरुणाचल को लेकर भौगोलिक स्थिति भारत के पक्ष में होने पर पीछे हट गया।

    सिक्किम के नाथूला दर्रे को लेकर भी है विवाद

    नाथूला दर्रा सिक्किम और दक्षिण तिब्बत में चुम्बी घाटी को जोड़ता है। भारत की ओर से यह दर्रा सिक्किम की राजधानी गंगटोक से करीब 54 किमी पूर्व में है। 14,200 फीट ऊंचाई पर स्थित नाथूला से कैलाश मानसरोवर की तीर्थयात्रा के लिए भारतीयों का जत्था गुजरता है। 1962 के युद्ध के बाद इसे बंद कर दिया था, लेकिन 1980 में आपसी वार्ता के बाद खोल दिया था। हालांकि, गत दिनों यहां भी दोनों सेनाओं के जवानों में झड़प हुई थी।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    चीन समाचार
    भारत की खबरें
    भारतीय सेना
    लद्दाख

    ताज़ा खबरें

    'भोला' से पहले इन फिल्मों में नजर आ चुकी है अजय देवगन और तब्बू की जोड़ी अजय देवगन
    IPL 2023: क्या है गुजरात टाइटंस की ताकत और कमजोरी? जानिए टीम का सटीक विश्लेषण  गुजरात टाइटंस
    राधा वेंबु ने भाई के साथ मिलकर की थी जोहो की स्थापना, जानिए इनकी संपत्ति जोहो
    पहला टी-20: वेस्टइंडीज ने दक्षिण अफ्रीका को 3 विकेट से हराया, मैच में बने ये रिकॉर्ड्स दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम

    चीन समाचार

    आईफोन असेंबल करने वाली पेगाट्रॉन भारत में खोलेगी दूसरी फैक्ट्री, चीन से बना रही है दूरी ऐपल
    चीन: 9 वर्षीय बच्चे ने सबसे तेज औसत समय में हल किया रुबिक क्यूब, बनाया रिकॉर्ड गिनीज बुक
    जिनपिंग की मॉस्को यात्रा पर रूसी राजदूत बोले- भारत-रूस संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा शी जिनपिंग
    जिनपिंग और पुतिन की मुलाकात के बाद यूक्रेन युद्ध को लेकर क्यों चिंतित है अमेरिका? व्लादिमीर पुतिन

    भारत की खबरें

    भारत-म्यांमार की सीमाओं के बीच स्थित है भारत का यह अनोखा गांव, जानिए इसकी खासियत नागालैंड
    'दिन में 5 बार नमाज पढ़ो', मालेगांव कोर्ट ने रिक्शा चालक को दी अनोखी सजा महाराष्ट्र
    ये हैं भारत के सबसे पॉश इलाके, जहां रहते हैं देश के 6 सबसे अमीर लोग मुकेश अंबानी
    भारत-पाकिस्तान के बीच LoC पर सीजफायर के 2 साल हुए पूरे, जानें क्या हैं हालात  पाकिस्तान समाचार

    भारतीय सेना

    राजस्थान: सैन्य अभ्यास के दौरान हादसा, 3 मिसाइलें रास्ता भटककर खेतों में गिरीं राजस्थान
    थल और वायु सेना का 96 घंटे का 'वायु प्रहार' अभ्यास, देखें तस्वीरें अरुणाचल प्रदेश
    चीन सीमा पर हरित हाइड्रोजन आधारित बिजली संयंत्र लगाएगी सेना, NTPC के साथ हुआ समझौता लद्दाख
    NewsBytesExplainer: चीता हेलीकॉप्टर 60 साल बाद भी क्यों है भारतीय सशस्त्र बलों का अभिन्न अंग?  अरुणाचल प्रदेश

    लद्दाख

    कर्नल गीता राणा बनीं लद्दाख में भारत-चीन सीमा के पास तैनात होने वालीं पहली महिला अधिकारी भारतीय सेना
    जंगल सफारी का मजा लेने के लिए उत्तर भारत की इन जगहों का करें रुख पर्यटन
    LAC के पास विवादित अक्साई चिन इलाके में रेलवे लाइन बिछाएगा चीन, ये है मकसद चीन समाचार
    लद्दाख में भारत और चीन के बीच हो सकती हैं और अधिक झड़पें- खुफिया पुलिस रिपोर्ट भारत-चीन सीमा

    देश की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    India Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023