मथुरा: जन्मभूमि के पास लगेंगे श्रीकृष्ण के पसंदीदा पेड़, अंग्रेजों के लगाए पेड़ हटाए जाएंगे
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास से अंग्रेजों के लगाए गए कीकर के पेड़ हटाए जाएंगे और उनकी जगह दूसरे पेड़ लगेंगे। NDTV के मुताबिक, यहां भगवान श्रीकृष्ण के पसंदीदा कदम्ब, पीपल, तमाल, बरगद, पाकड, मोलश्री, खिरानी और अर्जुन पलास जैसे 12 पेड़ों को लगाया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, वनों के माध्यम से मथुरा में धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को सजाया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट से मिली पेड़ लगाने की इजाजत
उत्तर प्रदेश सरकार ने जन्मभूमि के पास श्रीकृष्ण की पसंद के पेड़ों को लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मांगी थी, जिसे मंजूर कर लिया गया है। राज्य सरकार ने वनों के जरिए मथुरा के पुराने गौरव को लौटाने के लिए इसे 'प्राचीन वन क्षेत्र पुनर्जन्म योजना' नाम दिया है। सरकार का कहना है कि ब्रजभूमि परिक्रमा क्षेत्र का हिंदू धार्मिक ग्रंथों में जैसा वर्णन किया गया है, वैसे ही पुरानी प्रजाती के वनों से इसे सजाया जाएगा।
मथुरा में बन रहा है सबसे बड़ा शहर वन
अमर उजाला के मुताबिक, मथुरा में वृंदावन के पास सुनरख गांव के नजदीक सबसे बड़े शहर वन को विकसित किया जा रहा है। इसे सौभरि ऋषि के नाम पर सौभरि वन नाम दिया गया है। पहले चरण में यहां 123 हेक्टेयर जमीन पर वन विभाग ने भगवान श्रीकृष्ण को प्रिय 76,875 प्रजातियों के पौधे लगाए हैं। इसके बाद यहां दूसरे चरण का कार्य शुरू होगा। यह योजना राज्य सरकार की प्राचीन वन क्षेत्र पुनर्जन्म योजना से अलग है।