
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ असंतुष्टि? एक मंत्री का इस्तीफा, दूसरा दिल्ली पहुंचा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ असंतुष्टि एक बार फिर सतह पर आ गई है।
सरकार के एक मंत्री दिनेश खटीक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, वहीं एक अन्य मंत्री जितिन प्रसाद पार्टी हाईकमान से मिलने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं।
पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर अभी तक कुछ भी नहीं कहा गया है।
इस्तीफा
खटीक ने कहा- दलित होने के कारण नहीं दी जा रही अहमियत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजे गए अपने इस्तीफे में जल शक्ति राज्य मंत्री मंत्री खटीक ने कहा है कि उन्हें पिछले 100 दिन से कोई भी काम नहीं दिया गया है और वो इससे आहत हुए हैं।
उन्होंने कहा, "मुझे कोई भी अहमियत नहीं दी जाती है क्योंकि मैं दलित हूं। जब दलित समाज के राज्य मंत्री का कोई अस्तित्व ही नहीं है तो राज्य मंत्री के तौर पर मेरा कार्य करना दलित समाज के लिए बेकार है।"
दूसरा मंत्री
अपने अधिकारी को निलंबित करने से नाराज हैं जितिन प्रसाद
दिल्ली पहुंचे जितिन प्रसाद की बात करें तो वह मुख्यमंत्री योगी के उनके एक खास अधिकारी को निलंबित करने से नाराज हैं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री के निर्देश पर रिश्वत लेकर ट्रांसफर करने के आरोप में प्रसाद के लोक निर्माण विभाग (PWD) के पांच वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित किया गया था।
इनमें प्रसाद के विशेष कार्य अधिकारी (OSD) अनिल कुमार पांडे भी शामिल हैं। पांडे को उनके पद से हटाकर उनके खिलाफ जांच शुरू की गई है।
नाराजगी का कारण
योगी ने प्रसाद को भी किया तलब, पूछे कड़े सवाल
NDTV के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी ने मामले में प्रसाद को भी तलब किया और उनकी नाक के नीचे उनके अधिकारी द्वारा किए जा रहे इस भ्रष्टाचार के लिए उनकी खिंचाई की।
इसके बाद प्रसाद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का समय मांगा और अब दिल्ली पहुंच चुके हैं।
बता दें कि प्रसाद पिछले साल ही कांग्रेस से भाजपा में आए हैं।
पुराना मामला
पिछले साल भी सामने आई थी योगी के खिलाफ असंतुष्टि
ये पहली बार नहीं है जब योगी के खिलाफ इस तरह की असंतुष्टि सामने आई है। पिछले साल कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के समय भी उनके कई विधायकों और मंत्रियों ने उनके काम करने के तरीके से नाराजगी जताई थी।
पिछड़ी जातियों से आने वाले विधायकों का कहना था कि मुख्यमंत्री उन्हें सम्मान नहीं देते हैं, वहीं अन्य महामारी को लेकर उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं थे।
केंद्रीय नेतृत्व के दखल के बाद सब ठीक हो गया था।
योगी का रिकॉर्ड
न्यूजबाइट्स प्लस
इस साल की शुरूआत में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज कर योगी आदित्यनाथ ने इतिहास रचा था।
वह उत्तर प्रदेश के इतिहास के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने थे जो अपने पहले पूर्ण कार्यकाल के बाद लगातार दूसरी बार सत्ता में आया है।
योगी पिछले 37 सालों में सत्ता में वापसी करने वाले राज्य के पहले मुख्यमंत्री भी हैं।
वह उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले भाजपा के पहले नेता भी हैं।