दिल्ली: कोवैक्सिन के बाद कोविशील्ड का स्टॉक भी खत्म, 154 वैक्सीनेशन केंद्र बंद
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस वैक्सीन की कमी के चलते शुक्रवार से लगभग 150 वैक्सीनेशन केंद्रों पर 18-44 साल के लोगों को कोविशील्ड की खुराक नहीं लग पाएगी। कोवैक्सिन की खुराकें पिछले हफ्ते ही समाप्त हो चुकी हैं। ऐसे में वैक्सीन का अगला स्टॉक मिलने तक 18-44 साल के लोगों को अपनी बारी के लिए इंतजार करना पड़ेगा। इस बीच 45 साल से अधिक लोगों, फ्रंटलाइन और स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सीनेशन जारी रहेगा। इनके लिए नौ दिन का स्टॉक बचा है।
बुधवार को बची थी लगभग 69,000 खुराकें
दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा, "जहां तक 18-44 आयुवर्ग की बात है तो हमें उसके लिए 8.17 लाख खुराकें मिली थीं, जिनमें से 7.49 लाख खुराकें बुधवार शाम तक लग चुकी थीं। गुरुवार सुबह हमारे पास 68,590 खुराकें बची थी। दिल्ली में इस आयुवर्ग में रोजाना 50,000 खुराकें लग रही हैं। 18-44 साल वालों के लिए कोवैक्सिन का स्टॉक हफ्ते पहले ही खत्म हो चुका है।"
आज से बंद हो जाएंगे लगभग 154 वैक्सीनेशन केंद्र
आतिशी ने आगे कहा कि 99 स्कूलों में बने 368 वैक्सीनेशन केंद्रों में से आधे शुक्रवार को बंद हो जाएंगे। बड़ी मात्रा में युवा वैक्सीन लगवाना चाहते हैं और खुराकों की कमी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, "दूसरी लहर में हमने देखा है कि युवा भी संक्रमित हुए हैं। संक्रमित होने के बाद उन्हें न सिर्फ अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है बल्कि कई लोगों की जान भी गई है। इसलिए जल्द से जल्द वैक्सीन मिलना जरूरी है।"
केंद्र का मई में और स्टॉक देने से इनकार- सिसोदिया
इससे पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि केंद्र सरकार ने मई महीने में वैक्सीन का और स्टॉक देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने दिल्ली को पत्र भेजकर कहा था कि 18-44 साल वालों के लिए और वैक्सीन नहीं मिलेगी। अगर नया स्टॉक नहीं मिलता तो केवल 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों, फ्रंटलाइन और स्वास्थ्यकर्मियों को ही केवल 11 दिनों तक खुराकें लग पाएंगी।
दिल्ली में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो दिल्ली में अब तक 37.67 लोगों को पहली खुराक और 11 लाख लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं। दिल्ली में गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद आदि शहरों के भी कई लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं। बता दें कि 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदकर राज्यों को भेजती हैं। वहीं 18-44 साल वालों के लिए राज्यों को वैक्सीन निर्माता कंपनियों को अधिक कीमत चुकाकर स्टॉक खरीदना पड़ता है।
दिल्ली में धीमी हुई संक्रमण की रफ्तार
दिल्ली में कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई है। यहां मामले और टेस्ट पॉजिटिविटी रेट लगातार घटते जा रहे हैं। बुधवार को शहर में 3,231 नए मामले सामने आए और टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 5.5 प्रतिशत रही। मौजूदा लहर के चरम के समय यह आंकड़ा 35 प्रतिशत से अधिक था। हालांकि मौतें अभी भी अधिक बनी हुई हैं और बीते दिन फिर से 200 से अधिक मरीजों की मौत हुई।