पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी ने बांग्लादेशी शरणार्थियों की 119 कॉलोनियों को किया नियमित
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने साल 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
चुनावों में अपना वोट बैंक बढ़ाकर स्थिति मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा दाव खेलते हुए प्रदेश की 119 बांग्लादेशी शरणार्थियों की कॉलोनियों को नियमित कर दिया है।
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री बनर्जी ने सभी बांग्लादेशी शरणार्थियों को भारत का नागरिक बताते हुए किसी से भी नहीं डरने की बात कही है।
जानकारी
पश्चिम बंगाल में 49 साल से कर रहे निवास
बता दें कि ममता बर्नजी ने जिन 119 कॉलोनियों को नियमित किया है, उनमें विभाजन और 1971 के बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के दौरान भारत आए लाखों हिंदू और मुस्लिम रह रहे हैं। सरकार के अनुसार ये लोग 49 सालों से पश्चिम बंगाल में हैं।
बयान
काई नहीं छीन पाएगा शरणार्थियों की नागरिकता- बनर्जी
ममता बनर्जी कॉलोनियों के नियमित करने के बाद मंगलवार को उत्तर बंगाल के कालियागंज में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंची थी।
इस दौरान उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कॉलोनियों में रहने वाले सभी बांग्लादेशी शरणार्थी भारतीय नागरिक हैं। कोई भी शरणार्थियों की नागरिकता नहीं छीन पाएगा। वह सभी इस देश के नागरिक हैं और उन्हें भाजपा के झूठे बयानों से गुमराह होने की जरूरत नहीं है। उन्हें किसी को कोई प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
मतदान
सभी शरणार्थी सालों से चुनावों में कर रहे मतदान
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि कॉलोनियों में रहने वाले लोग सालों से राज्य के निवासी हैं। सभी के पास उनके आवासीय पते का सबूत, मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड हैं। ये सभी लोग सालों से राज्य में होने वाले चुनावों में मतदान कर रहे हैं और उन्होंने लोकतंत्र में अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में सरकार ने उनकी कॉलोनियों को नियमित किया है।
उन्होंने कहा कि लोगों को नागरिकता के संबंध में किसी से डरने की जरूरत नहीं है।
आरोप
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर लगाए आरोप
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर असम में बड़ी संख्या में मूल बंगालियों, राजबोंग्शी और मुस्लिम नागरिकों को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के नाम पर बाहर करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार NRC और CAA के नाम पर शरणार्थियों में भय बढ़ा रही है, लेकिन किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में पिछड़े वर्गों के विकास के लिए सब कुछ कर रही है।
चुनाव
राज्य में 2021 में होने हैं विधानसभा चुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल में मई 2021 से पहले विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं।
4 अप्रैल से 5 मई, 2016 तक छह चरणों में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने 294 सीटों में से 211 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था।
इसी तरह कांग्रेस को 44, भाजपा को तीन और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) को 26 सीटें मिली थीं। शेष सीटों पर अन्य क्षेत्रीय पार्टी व निर्दलीयों ने कब्जा जमाया था।