किसी को भी 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए- नकवी
देशभर के कई हिस्सों खासकर पश्चिम बंगाल में 'जय श्री राम' के नारे को लेकर होती राजनीति के बीच मोदी सरकार के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि किसी को भी 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी को कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। इस बीच उन्होंने गांव में हिंदू-मुस्लिम सभी के 'राम राम' कहकर अभिवादन करने का उदाहरण भी सामने रखा।
नकवी ने कहा, दोनों ही तरफ नहीं होनी चाहिए कोई कठोरता
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नकवी मोदी सरकार में शामिल एकमात्र मुस्लिम चेहरा हैं। NDTV के साथ इंटरव्यू में उन्होंने 'जय श्री राम' के नारे के राजनीतिक प्रयोग पर अपनी राय रखी और कहा कि किसी को भी 'जय श्री राम' बोलने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "आपको कुछ भी करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन आप वंदे मातरम् गाने से इनकार नहीं कर सकते। दोनों ही तरफ कोई कठोरता नहीं होनी चाहिए।"
"गांव में हर व्यक्ति राम राम कहता है"
इस बीच नकवी ने जोर देकर कहा, "अगर आप किसी भी गांव में जाते हैं, हर व्यक्ति 'राम राम' कहता है, चाहें वो हिंदू हो या मुस्लिम। ये देश अपने अल्पसंख्यकों की वजह से धर्मनिरपेक्ष नहीं है बल्कि ये बहुसंख्यक समुदाय के DNA में है।"
मॉब लिंचिंग पर बोले नकवी, हम हर जगह कार्रवाई की
'जय श्री राम' का नारा लगाती भीड़ के लोगों को पीट-पीट कर मारने के सवाल पर नकवी ने मॉब लिंचिंग से निपटने पर्याप्त कानून मौजूद हैं और सभी जगह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा, "आप लिंचिंग का एक ऐसा मामला बताइए जिसमें आरोपी को पकड़ा नहीं गया है। राजस्थान में आरोपियों को 6 महीने तक जमानत नहीं मिली। उत्तर प्रदेश में 4 घंटे में आरोपियों को ढूढ़ लिया गया। कुछ भी हुआ हो, हमने तत्काल कार्रवाई की है।"
'जय श्री राम' का नारा लगाती भीड़ ने की थी तबरेज अंसारी की लिंचिंग
नकवी का ये बयान ऐसे समय पर आया है जब पिछले ही महीने झारखंड में चोरी के आरोप में भीड़ ने तबरेज अंसारी की पेड़ से बांधकर घंटों पीटा था और 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' कहने को मजबूर किया था। इसके बाद पुलिस ने तबरेज को चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण तबरेज को इलाज नहीं मिल सका और 4 दिन बाद पुलिस हिरासत में उसकी मौत हो गई।
बंगाल में 'जय श्री राम' के नारे पर रार
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में 'जय श्री राम' को लेकर राजनीति जोरों पर है। भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने के लिए इस नारे का जमकर प्रयोग कर रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान उनके काफिले के गुजरने पर 'जय श्री राम' का नारा लगाते कुछ लोगों पर ममता का नाराजगी के बाद से ये विवाद शुरू हुआ है। ममता की "मुस्लिम हितैषी" छवि के साथ इस नारे को जोड़ने में भाजपा अपना सियासी फायदा देख रही है।