अमित शाह ने फिर दोहराया, बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही करेंगे NDA का नेतृत्व
क्या है खबर?
बिहार में पिछले कई महिनों से भाजपा और JDU नेताओं की ओर से एक दूसरे पर की जा रही टिप्पणियों से राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही थी कि बिहार में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों की राह अलग-अलग हो सकती है।
लेकिन केन्द्रीय ग्रहमंत्री अंमित शाह के बयान ने इन चर्चाओं पर पूरी तरह से विराम लगा दिया है। गृहमंत्री ने फिर दोहराया कि अगले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही NDA का नेतृत्व करेंगे।
बयान
अटूट है भाजपा और JDU का गठबंधन- अमित शाह
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर लोगों में व्याप्त भ्रम दूर करने के लिए गृहमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह गुरुवार को बिहार के वैशली में पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि बिहार में कुछ लोग यह अफवाह फैला रहे है कि NDA में टूट है। उन लोगों को अपना भ्रम दूर कर लेना चाहिए। NDA का गठबंधन अटूट है। इसमें शंका की गुंजाइश नहीं है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
निशाना
कांग्रेस और ममता बनर्जी पर भी साधा निशाना
गृहमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस और TMC प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और TMC देश में CAA को लेकर गलत बयानबाजी कर लोगों को गुमराह कर रही है।
उन्होंने कहा कि पूरा विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोल रहा हैं। मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर क्या गलत किया। कांग्रेस अयोध्या में राम मंदिर बनने पर कत्लेआम की बात कहती थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
चेतावनी
देशी विरोधी नारे लगाने वालों को नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
गृहमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने देश हित में सरकार का साथ देने की जगह सरकार के कामों के खिलाफ लोगों को गुमराह करने का काम किया है।
उन्होंने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि अब देश विरोधी नारे लगाने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने तथा देश के विकास के लिए सरकार और पधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सहयोग करेन की अपील की।
तल्खी
मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह से शुरू हुई थी भाजपा व JDU में तल्खी
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और JDU के बीच सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन मोदी कैबिनेट में अपेक्षित तरहीज नहीं मिलने को लेकर JDU ने कैबिनेट से दूरी बना ली थी।
बाद में नीतीश कुमार ने भी कहा था कि 16 सांसद होने के बाद भी उन्हें कैबिनेट में एक पद दिया जा रहा था, जबकि वह एक और स्वतंत्र प्रभार का मंत्रालय चाह रहे थे। ऐसे में उन्होंने कैबिनेट से दूरी बना ली।
बदला
नीतीश कुमार ने अपने मंत्रीमंडल विस्तार में नहीं दी थी भाजपा को जगह
मोदी सरकार के गठन के बाद जब 2 जुलाई को नीतीश कुमार ने अपने मंत्रीमंडल का विस्तार किया तो उसमें आठ नए मंत्री बनाए थे, लेकिन उनमें भाजपा के किसी भी मंत्री को जगह नहीं दी गई थी।
उस दौरान चर्चा रही थी नीतीश कुमार ने मोदी सरकार से कैबिनेट में सही तरहीज नहीं देने का बदला लिया है।
नीतीश कुमार ने कहा था कि भाजपा के कोटे के सभी मंत्री पहले ही बन चुके हैं।
बयानबाजी
दोनों दलों के नेताओं की बयानबाजी ने भी गर्म किया चर्चाओं का बाजार
नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल के विस्तार के बाद से ही दोनों दलों के नेताओं की बयानबाजी ने भी खटास बढ़ाने का काम किया था। रामबिलास पासवान की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार व सुशील मोदी पर निशाना साधा था।
बाद में राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी JDU को भाजपा का छोटा भाई बनने की सलाह दे दी थी। बिहार बाढ़ में भी भाजपा ने नीतीश पर कड़ा प्रहार किया था।
चुनाव
बिहार में इसी साल होने हैं विधानसभा चुनाव
बिहार विधानसभा का कार्यकाल 20 नवंबर, 2020 को खत्म हो रहा है। वहां इससे पहले ही चुनाव कराएं जाएंगे। वर्ष 2015 में 243 सीटों पर हुए चुनाव में JDU (71), RJD (80) और कांग्रेस (27) के महागठबंध ने कुल 178, भाजपा (53) नीत NDA ने 58 तथा अन्य ने 7 सीटों पर कब्जा जमाया था।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी थी, लेकिन 27 जुलाई, 2017 को JDU ने भाजपा के साथ नई सरकार बना ली थी।