महामारी के बढ़ते मामलों के कारण महाराष्ट्र में जारी रह सकता है लॉकडाउन
क्या है खबर?
कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र में शुक्रवार को 67 नए मामले सामने आने के साथ यहां संक्रमितों की संख्या 490 पहुंच गई है। राज्य में अब तक 26 लोग महामारी के कारण जान गंवा चुके हैं।
राज्य सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कोशिशों में जुटी है। इसी बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
आइए, जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा?
बयान
मुंबई और शहरी इलाकों में बढ़ेगा लॉकडाउन- टोपे
टोपे ने शुक्रवार को सामने आए मामलों की जानकारी देते हुए 67 में से 43 मामले अकेले मुंबई से सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद भी जारी रह सकता है। खासकर मुंबई और दूसरी शहरी इलाकों में दो और सप्ताह तक लॉकडाउन जारी रहेगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने पिछले महीने देशभर में 21 दिनों के लॉकडान का ऐलान किया था, जिसकी अवधि 14 अप्रैल को समाप्त हो रही है।
जानकारी
महाराष्ट्र में लगभग 11,000 लोगों के टेस्ट
महाराष्ट्र में 3 अप्रैल तक 10,873 लोगों का टेस्ट किया गया था, जिनमें से 97 प्रतिशत की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं जांच के लिए राज्य में गठित किए गए 2,455 उड़नदस्तों ने लगभग 9.5 लाख लोगों की जांच की है।
अनुमान
भारत में सितंबर तक जारी रह सकता है लॉकडाउन- स्टडी
बॉस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) की स्टडी के मुताबिक, भारत में लॉकडाउन सितंबर तक जारी रह सकता है।
इसमें कहा गया है कि भारत में जारी प्रतिबंध जून के अंत में समाप्त होने तक शुरू होंगे और सितंबर के दूसरे सप्ताह तक सारे प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे। बता दें, संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन जारी है।
स्टडी में कहा गया है कि जून के तीसरे सप्ताह तक भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या चरम पर होगी।
डाटा
3,000 की तरफ बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 4 अप्रैल सुबह 9 बजे तक देश में 2,902 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 2,650 का इलाज चल रहा है और 183 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं 68 लोग इसके कारण जान गंवा चुके हैं।
कोरोना वायरस
तबलीगी जमात से जुड़े मामलों के कारण बढ़ रही संख्या
देश में तेजी से बढ़ रहे महामारी के मामलों के पीछे तबलीगी जमात से जुड़े मामलों का हाथ है।
शुक्रवार तक देश में सामने आए 2,301 मामलों में 647 केवल तबलीगी जमात से जुड़े हैं। ये मामले 14 अलग-अलग राज्यों से सामने आए हैं।
इनके अलावा शुक्रवार तक हुई 56 में से 15 मौतों का संबंध भी तबलीगी जमात से बताया जा रहा है।
तबलीगी जमात से संबंधित इस प्रकरण से दिल्ली और तमिलनाडु सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।