
विजय माल्या ने फिर की पैसा लौटाने की पेशकश, कहा- बैंक नहीं सुन रहे बात
क्या है खबर?
भगौड़े कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर बैंकों का 100 प्रतिशत पैसा वापस लौटने की बात की है।
माल्या ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा कि वो अपनी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत वापस बैंकों को लौटाने को तैयार है, लेकिन कई बार प्रस्ताव देने के बावजूद बैंक पैसा लेने के इच्छुक नहीं हैं।
माल्या ने उम्मीद जताई कि संकट की इस घड़ी में वित्त मंत्री इस मामले पर ध्यान देंगी।
प्रस्ताव
यह है माल्या की ताजा पेशकश
माल्या ने ट्वीट किया, 'मैंने बैंकों को किंगफिशर एयरलाइन द्वारा उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत भुगतान करने के लिए प्रस्ताव दिए हैं। न तो बैंक पैसे लेने को तैयार हैं और न ही प्रवर्तन निदेशालय मेरे अटैचमेंट को रिलीज करने के लिए तैयार हैं। मुझे उम्मीद है कि संकट की घड़ी में वित्त मंत्री मेरी बात सुनेंगी।'
अगले ट्वीट में उसने लॉकडाउन की वजह से काम ठप्प होने की बात लिखी।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये विजय माल्या का ट्वीट
I have made repeated offers to pay 100 % of the amount borrowed by KFA to the Banks. Neither are Banks willing to take money and neither is the ED willing to release their attachments which they did at the behest of the Banks. I wish the FM would listen in this time of crisis.
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) March 31, 2020
जानकारी
लंदन में रह रहा है माल्या
यह पहली बार नहीं है जब माल्या ने ट्विटर के जरिए पैसा लौटाने की पेशकश की है। वह पहले भी कई ऐसे प्रस्ताव दे चुका है। बता दें कि माल्या पिछले चार सालों से लंदन में है और वहां मुकदमे का सामना कर रहा है।
मामला
क्या है विजय माल्या से जुड़ा मामला?
माल्या ने अपनी किंगफिशर एयरलाइन्स के लिए कई भारतीय बैंकों से 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। एयरलाइन के डूबने के बाद माल्या ये कर्ज नहीं लौटा पाया और देश छोड़कर भाग गया। सरकार ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था।
लंदन की अदालत में माल्या के भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है और फिलहाल मामला ऊपरी अदालत में लंबित हैं।
भारत सरकार लगातार उसके प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगी हुई है।
विजया माल्या
माल्या ने पिछले साल की थी यह गुजारिश
माल्या ने पिछले साल भी बैंकों से निवेदन किया था कि वह उसका पैसा ले लें और जेट एयरवेज को बचा लें।
तब माल्या ने बताया था कि उसने बैंकों का कर्ज उतारने के लिए कर्नाटक हाई कोर्ट के सामने अपनी तरल संपत्ति रखी हुई है। बैंक उसका पैसा लेकर जेट एयरवेज को बचा सकते हैं।
उसने लिखा कि सरकारी बैंकों ने जेट एयरवेज को बेलआउट करते हुए नौकरियां बचा ली। काश, उन्होंने किंगफिशर के लिए भी ऐसा किया होता।