क्या 'मायानगरी' की तर्ज पर दिल्ली भी जागेगी पूरी रात? AAP ने बना रखी है योजना
मायानगरी यानी मुंबई में गत माह शुरू की गई मल्टीप्लेक्स, रेस्त्रां और मॉल्स को पूरे सप्ताह 24 घंटे संचालित करने की योजना के बाद राजधानी दिल्ली में भी लोग इसकी मांग करने लगे थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी (AAP) को पूर्ण बहुमत (70 में से 62 सीट) मिलने से उनकी मांग पूरी होने की ओर एक कदम आगे बढ़ गया है। इसका कारण है कि AAP ने अपने घोषणा पत्र में इसे शामिल किया था।
AAP ने चुनावी घोषणा पत्र में रखा था यह प्रस्ताव
विधानसभा चुनाव के लिए जारी किए गए घोषणा पत्र में AAP ने कहा था कि यदि वह सत्ता में आई तो दिल्लीवासियों को खरीदारी और मनोरंजन की सुविधा के लिए मल्टीप्लेक्स, रेस्त्रां और मॉल्स को पूरे सप्ताह 24 घंटे संचालित करने पर विचार करेगी। एक AAP नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर इसमें कनॉट पैलेस, साकेत में सेलेक्ट सिटी-वॉक मॉल, चाणक्यपुरी और नेहरू पैलेस के शॉपिंग कॉम्प्लेक्स जैसे कमर्शियल हब को शामिल किए जाने की बात कही थी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी की थी घोषणा
मुंबई में नाइटलाइफ की शुरुआत होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी घोषणा की थी कि प्रदेश में 1 अप्रैल 2020 से रेस्तरां और बार में रात 2 बजे तक शराब परोसी जाएगी और रेस्टोरेंट सुबह 4 बजे तक खुले रह सकेंगे। इसके बाद दिल्ली में रात की पार्टियों के शौकीनों ने भी राजधानी में भी ऐसा ही करने की मांग करना शूरू कर दिया था। ऐसे में अब AAP की जीत उनकी मांग पूरी कर सकती है।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू होगी योजना
AAP के चुनावी घोषणा पत्र पर यकीन किया जाए तो सरकार इस योजना के पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करेगी। इसके बाद इससे प्रभावित होने वाले विभागों से रिपोर्ट लेकर उसके आधार पर इसे आगे बढ़ाने या रोकने का निर्णय किया जाएगा। इसका प्रमुख कारण है कि यदि मॉल्स और रेस्तरां रातभर खुले रहते हैं तो सड़कों पर वाहनों और लोगों की भीड़ बढ़ेगी और महिला तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम करने होंगे।
पुलिस के सामने होगी यह चुनौतियां
सरकार की ओर से यदि दिल्ली में भी नाइटलाइफ को शुरू किया जाता है तो पुलिस का इसमें बड़ा योगदान होगा। इसके लिए पुलिस के सामने कई चुनौतियां होंगी। इसमें लोगों की सुरक्षा प्रमुख मुद्दा है। नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त ईश सिंघल का कहना है कि उन्हें दक्षिणी दिल्ली पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। इसी क्षेत्र में सबसे ज्यादा पब, क्लब और बार हैं। ऐसे में योजना को लेकर तैयारी की जा रही है।
पुलिस को बदलनी होगी अपनी रणनीतियां
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली को पूरी रात जगाने के लिए उन्हें अपनी रणनीतियों में बदलाव करना होगा। वर्तमान में पुलिस का ध्यान गश्त और यातायात की सुचारू व्यवस्था पर रहता है। यदि मॉल और रेस्तरां पूरी रात खुले रहते हैं तो रात्रि गश्त, पुलिस कार वैन और बाइकों की गश्त को बढ़ना होगा और इसके लिए अधिक पुलिसकर्मियों की जरूरत होगी। वर्तमान में पुलिसकर्मियों की कमी के चलते यह बड़ा ही चुनौतीपूर्ण काम साबित होगा।
पुलिस जता रही अपराध बढ़ने का अंदेशा
दिल्ली में नाइटलाइफ के शुरू होने से पहले ही पुलिस ने हाथ खड़े करना शुरू कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मॉल्स और रेस्तरां के 24 घंटे खुले रहने से अपराधों में बढ़ोतरी होगी। आपराधिक तत्व अंधेरे का फायदा उठाकर वारदातों को अंजाम देंगे। रात में आमतौर पर यातायात पुलिसकर्मी नहीं होते हैं, लेकिन योजना के लिए रात में भी उनकी तैनाती करनी पड़ेगी। युवा नशे में अधिक अपराध करते हैं।
सरकार को सुरक्षा के लिए उठाने होंगे बड़े कदम
AAP सरकार की माने तो उन्होंने दिल्ली के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए अब तक एक लाख 50 हजार CCTV कैमरे लगवा दिए हैं और इतने ही कैमरे और लगाने की तैयारी है। सार्वजनिक क्षेत्रों में स्ट्रीटलाइट बड़ी समस्या है। सरकार को रात में अपराधों को रोकने के लिए पूरे शहर को जगमग करना होगा। इसके अलावा लोगों को देर रात में भी सुगम परिवहन सुविधा मुहैया कराने के लिए मेट्रो और DTC बसों का संचालन बढ़ाना होगा।
योजना के संचालन पर यह है लोगों की राय
दिल्ली में नाइटलाइफ को लेकर गुरुग्राम निवासी और पब तथा बार सलाहकार ईशान ग्रोवर का कहना है कि सरकार की इस योजना पर सवाल खड़े करने की जगह इसके दिल्ली को आगे बढ़ाए जाने के अवसर के रूप में देखना चाहिए। इसी तरह दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने चुनाव से पहले कहा था कि दिल्ली के लोगा नाइटलाइफ का आनंद लेने के योग्य हैं। यदि उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह भी नाइटलाइफ को बढ़ावा देंगे।
मुंबई में 27 जनवरी को चालू हुई थी योजना
मुंबई में नाइटलाइफ की योजना 27 जनवरी से शुरू हुई थी। 22 जनवरी को मुंबई में मल्टीप्लेक्स, दुकानों, रेस्त्रां और मॉल्स को पूरे सप्ताह 24 घंटे संचालित करने के प्रस्ताव को महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दे दी गई थी। उसके बाद से मुंबई में गैर आवासीय क्षेत्रों में संचालित मल्टीप्लेक्स, दुकानों, रेस्त्रां और मॉल्स पूरे सप्ताह संचालित हो रहे हैं। इस योजना में शराब दुकान, पब और बार को शामिल नहीं किया गया है।