कोरोना वायरस: भारत ने जर्मनी को दिया 10 लाख जांच किट का ऑर्डर
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए भारत सरकार इससे मुकाबले के लिए बड़ा कदम उठाया है। देश में जांच केंद्रों की संख्या में इजाफा करने और कम समय में अधिक लोगों की जांच के लिए सरकार ने जर्मनी को 'प्रोब' नाम की 10 लाख जांच किट मंगवाने का ऑर्डर दिया है। इनके आने के बाद देश में भी मरीजों में कोरोना की जांच करने की रफ्तार बढ़ जाएगी और उसके बाद इस पर नियंत्रण करना आसान हो जाएगा।
जांच किट की कमी के कारण आवश्यकतानुसार नहीं हो पा रही जांच
देश में लगातार बढ़ते कोरोना के प्रकोप के बाद भी भारत में वर्तमान में सरकार ने जांच के लिए 63 केंद्र संचालित किए हैं। इन केंद्रों पर ही कोरोना वारयस की आधिकारिक जांच की जा सकती है, लेकिन देश में जांच किट की कमी होने के कारण आवश्यकतानुसार जांच नहीं हो पा रही है। इसको देखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने परीक्षण क्षमता को बढ़ाने के लिए जर्मनी से 10 लाख जांच किट का ऑर्डर दिया है।
विदेश से किट मंगवाना भारत के लिए बना चुनौती
कोरोना वायरस की जांच के लिए आवश्यक किसी भी किट का अभी तक भारत में निर्माण नहीं किया गया है। ऐसे में भारत को जांच किट विदेशों से ही खरीदनी पड़ रही है, लेकिन भारत के लिए विदेशों से यह किट मंगवाना किसी चुनौती से कम नहीं है। इसका कारण यह है कि भारत ने कोरोना से बचने के लिए कई देशों पर ट्रैवल बैन लगा रखा है। ऐसे में वहां से जांच किट आना टेढी खीर साबित होगा।
सरकार ने नौ नए जांच केंद्र खोलने का किया निर्णय
देश में लोगों की समय रहते जांच करने के लिए सरकार ने नौ नए जांच केंद्र और खोलने का निर्णय किया है। इसका प्रमुख कारण यह है कि देश में तीन लाख किट मौजूद होने के बाद भी सोमवार को देश में महज 9,000 हजार लोगों की ही जांच हो पाई है। कोरोना की रोकथाम के लिए हिसाब से यह बहुत बुरी स्थिति है। ऐसे में सरकार अब नए जांच केंद्र खोलने की तैयारी कर रही है।
देश में संचालित 63 केंद्रों पर प्रतिदिन हो रही औसतन 6,500 जांच
बता दें कि जनसंख्या की दृष्टि से विश्व का दूसरा बड़ा देश होने के बाद भी सरकार ने देश में महज 63 जांच केंद्र खोले हैं। इन केंद्रों पर प्रतिदिन औसतन 6,500 जांच हो पा रही है, जो कि अपेक्षा से बहुत कम है।
सरकारी अस्पतालों में भी शुरु होगी जांच
न्यूज एजेंसी ANI ने ICMR के अधिकारियों के हवाले से बताया कि सरकार देश में जांच की रफ्तार बढ़ाने के लिए अब देश के सभी मेडिकल कॉलेजों और सरकारी लैब में कोरोना वायरस की जांच सुविधा शुरू कर सकती है। इसके अलावा प्राइवेट लैबों पर भी जांच शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए युद्ध स्तर पर बातचीत चल रही है। जल्द ही इसकी शुरुआत हो सकती है। इससे कोरोना पर नियंत्रण में बड़ी मदद मिलेगी।
मृत्यु दर को कम रखने में कामयाब रहा दक्षिण कोरिया
भारत में जहां पर्याप्त जांच सुविधा नहीं है, वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस की चपेट में आए चौथे सबसे बड़े देश दक्षिण कोरिया ने इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाए हैं। देश में अब तक सामने आए 8,000 मामलों में से महज 70 लोगों की मौत हुई है। यह देश मृत्यु दर को कम करने में कामयाब रहा है। यहां संचालित 500 जांच केंद्रों पर प्रतिदिन 20,000 लोगों की जांच की जा रही है, जो भारत से अधिक है।
भारत में यह है कोरोना वायरस की स्थिति
चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है। इसके कारण दुनियाभर में अब तक 7,175 लोगों की मौत हो गई है और 1,83,062 लोग इससे संक्रमित हैं। इसके अलावा भारत में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 126 के पार पहुंच गई है, जबकि तीन लोगों की मौत हो चुकी है। एक बुजुर्ग की मौत तो मंगलवार को महाराष्ट्र में हुई है। भारत में सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या महाराष्ट्र में 39 है।