कोरोना वायरस: महाराष्ट्र में एक की मौत, संदिग्ध मरीजों के हाथ पर मुहर लगाएगी सरकार
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र सरकार ने घर में एकांत में रखे जा रहे लोगों के हाथों पर मुहर लगाने का फैसला किया है। ये मुहर इसलिए लगाई जा रही है ताकि उनकी आसानी से पहचान की जा सके और अगर वे नियमों को तोड़कर अन्य लोगों के साथ घुलते-मिलते हैं तो उन्हें पकड़ा जा सके। इस बीच मुंबई में कोरोना वायरस के कारण 64 साल के एक शख्स की मौत हो गई है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हुई बैठक में लिया गया फैसला
मुहर लगाने का ये फैसला सोमवार शाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हुई बैठक में लिया गया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि जिन लोगों को घर में एकांत में रहने की सलाह दी गई है उनके बाएं हाथ के पिछले हिस्से पर एक मुहर लगाई जाएगी। इस मुहर के लिए वोटिंग के दौरान प्रयोग होने वाली स्याही का प्रयोग होगा और इसमें एकांत में रहने की अवधि लिखी होगी।
मुहर लगाने के पीछे ये मकसद
टोपे ने कहा कि ये लोग एक एकांत में रहने के नियमों को तोड़कर बाहर आते हैं तो इस मुहर की मदद से अन्य लोगों को उनकी पहचान करने में मदद मिलेगी। वहीं एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कुछ लोग सरकारी सलाह के बावजूद घर में एकांत में नहीं रह रहे हैं और इसलिए ये आदेश जारी किया गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सात संदिग्ध मरीज अस्पताल से भाग चुके हैं।
एकांत में रहने के अनिवार्य समय के दौरान अगर बाहर निकले हो होगी सजा
इस बीच महाराष्ट्र सरकार ने घर में एकांत में रहने के अनिवार्य समय के नियम को तोड़ने को एक दंडनीय अपराध बना दिया है। सरकार ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति इसे तोड़ता है तो उसे सरकारी आइसोलेशन जगहों पर भेज दिया जाएगा।
31 मार्च तक बंद रहेंगे महाराष्ट्र के सभी शिक्षण संस्थान
महाराष्ट्र सरकार ने 31 मार्च तक राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का आदेश भी जारी किया है। इसके अलावा राज्य सरकार के मुख्यालय में 31 मार्च तक प्रवेश बंद कर दिया गया है और सभी स्थानीय और निकाय चुनावों को तीन महीने के लिए टाल दिया गया है। वहीं मुंबई नागरिक निकाय ने सभी निजी संगठनों को अपने आधे कर्मचारियों के साथ काम करने का आदेश दिया है ताकि सार्वजनिक परिवहन में भीड़ कर हो सके।
धार्मिक संगठन भी कर रहे सरकार की मदद
महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि धार्मिक गतिविधियां बरकरार रह सकती हैं लेकिन श्रद्धालुओं को मंदिर न जाने की सलाह दी है। इस प्रयास में सरकार की मदद करते हुए मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर को अनिश्चित समय के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं श्री साई बाबा संस्थान ट्रस्ट ने पूरे महाराष्ट्र से पालकी ला रहे भक्तों से फिलहाल उनके जुलूस को रोकने और कुछ दिन मंदिर दर्शन के लिए नहीं आने की अपील की है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जारी किया 45 करोड़ रुपये का फंड
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 45 करोड़ रुपये का फंड भी जारी किया है। कोंकण को 15 करोड़ रुपये, पुणे को 10 करोड़ रुपये और नागपुर, अमरावती, औरंगाबाद और नासिक को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे।
मुंबई में एक मरीज की मौत, भारत में अब तक तीन मौतें
इस बीच आज सुबह मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में कोरोना वायरस के एक 64 वर्षीय मरीज की मौत हो गई। वायरस से मौत का ये महाराष्ट्र में पहला और भारत में तीसरा मामला है। इससे पहले कर्नाटक और दिल्ली में एक-एक मरीज की मौत हो चुकी है। उनकी उम्र भी 60 साल से अधिक थी। बता दें कि भारत में अब तक सामने आए कोरोना वायरस के 126 मामलों में से सबसे अधिक 39 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं।