कोलकाता कांड: संदीप घोष ने हत्या को आत्महत्या बताने के लिए ऐसे बनाई थी योजना
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब सामने आया है कि डॉक्टर की हत्या को आत्महत्या बताने के लिए पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष ने 2 डॉक्टरों ने जिम्मेदारी दी थी। वहीं 2 डॉक्टरों को छात्रों का संभालने का काम सौंपा गया था। दैनिक भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में ये जानकारी दी है।
घटनास्थल पर कौन-कौन था?
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना के बाद सेमिनार हॉल में 4 अहम लोग पहुंचे थे- असिस्टेंट प्रोफेसर सुमित कुमार तापादार, अतिरिक्त मेडिकल सुपरिंटेंडेंट द्वीपायन बिस्वास, मेडिकल काउंसिल के उपाध्यक्ष डॉक्टर सुशांता कुमार रॉय और सदस्य डॉक्टर अविक डे। एक सूत्र ने कहा, "द्वीपायन को आत्महत्या की खबर फैलाने के लिए भेजा गया था। सुमित को पुलिस को जानकारी देने और छात्रों को संभालने की जिम्मेदारी थी।" खास बात है कि सुशांता और अविक का अस्पताल से कोई लेना-देना नहीं है।
मौके पर क्या कर रहे थे सुशांता और अविक?
रिपोर्ट में एक प्रोफेसर के हवाले से कहा गया है, "पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष को लगा की छात्र प्रदर्शन करने वाले हैं, इसलिए उन्होंने सुशांता और अविक जैसे कुछ प्रभावशाली लोगों को बुलाया। सभी ने शव के पास ही बातचीत की।" अविक तृणमूल कांग्रेस (TMC) छात्र परिषद के सक्रिय सदस्य हैं। वहीं, डॉक्टर सुशांता राज्य स्वास्थ्य विभाग में काम कर चुके हैं। हालांकि, पुलिस के आने से पहले ये दोनों घटनास्थल से चले गए।
परिवार को किसने दी घटना की जानकारी?
दैनिक भास्कर से एक प्रोफेसर ने कहा, "प्रोफेसर बिस्वास को मीडिया, छात्रों और डॉक्टर के बीच इसे आत्महत्या का मामला बताने का जिम्मा दिया गया था। उन्होंने सुबह 10:53 बजे परिवार को फोन कर तबीयत खराब होने की बात कही। थोड़ी देर बाद परिवार को दोबारा फोन किया गया। इस बार बताया गया कि डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली है। हालांकि, ये फोन किसी महिला ने किया था, जिसका पता नहीं चल सका है।"
ज्यादातर छात्राओं ने छोड़ा हॉस्टल
घटना के बाद ज्यादातर छात्राओं ने हॉस्टल खाली कर दिए हैं। आरजी कर कॉलेज में महिला डॉक्टरों और छात्राओं के लिए 5 हॉस्टल हैं। 9 अगस्त से पहले इनमें करीब 160 जूनियर डॉक्टर रहते थे, लेकिन अब केवल 17 महिला डॉक्टर बची हैं। ज्यादातर छात्राओं ने 14 अगस्त की रात अस्पताल पर हमले के बाद हॉस्टल खाली किए हैं। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, फिलहाल नर्सिंग हॉस्टल को छोड़कर सभी हॉस्टल खाली हैं।
संदीप घोष से लगातार पूछताछ जारी
घोष पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का शिकंजा कसता जा रहा है। 22 अगस्त को घोष से लगातार 7वें दिन 12 घंटे तक पूछताछ की गई। घोष को आज फिर CBI ने पूछताछ के लिए बुलाया है। इस मामले में घोष की भूमिका शुरुआत से ही संदेह के घेरे में है। हत्या को आत्महत्या बताना, परिवार को अलग-अलग जानकारी देना और सेमिनार हॉल के पास निर्माण कार्य के चलते वे जांच के दायरे में हैं।
क्या है मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभागार एक 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। घटना सामने आने के बाद पूरे देश में विरोध शुरू हो गया और डॉक्टर अपनी सेवाएं ठप कर हड़ताल पर चले गए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की जांच CBI को सौंप दी है। अब तक एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।