कोलकाता डॉक्टर की रेप-हत्या; परिजनों ने जताई सामूहिक बलात्कार की आशंका, ये है वजह
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपने हाथ में ले ली हैं। इस बीच परिजनों ने पीड़िता के साथ सामूहिक बलात्कार होने की आशंका जताई है। परिजनों ने इस संबंध में कलकत्ता हाई कोर्ट को याचिका भी दी है। इंडिया टुडे से बात करके हुए एक डॉक्टर ने भी इसी तरह की आशंका जताई है।
परिजनों ने क्यों जताई सामूहिक बलात्कार की आशंका?
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, याचिका में कहा गया है, "उनकी बेटी के शरीर पर चोट के कई निशान थे, जो क्रूर और हिंसक हमले का संकेत देते हैं। पोस्टमार्टम में पीड़िता के शरीर में 150 मिलीग्राम तरल पाया गया है। यह मात्रा एक से अधिक व्यक्तियों की संलिप्तता का संकेत देती है और इससे सामूहिक बलात्कार की आशंका की पुष्टि होती है। गर्दन पर काटने के निशान पाए गए, जो हमले की गंभीरता को रेखांकित करते हैं।"
डॉक्टर बोले- सामूहिक बलात्कार का हो सकता है मामला
इंडिया टुडे से बात करते हुए अखिल भारतीय सरकारी डॉक्टर संघ की अतिरिक्त महासचिव डॉक्टर सुवर्ण गोस्वामी ने कहा, "डॉक्टर को लगी चोटों की प्रकृति किसी एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकती। रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि महिला डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से 150 मिलीग्राम तरल मिला है।" डॉक्टर गोस्वामी का दावा है कि इतनी ज्यादा मात्रा किसी एक शख्स की नहीं हो सकती और आशंका जताई कि ये सामूहिक बलात्कार का मामला है।
परिजनों ने जांच पर उठाए सवाल
परिजनों ने कहा, "अन्य अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया, जबकि सबूत संकेत देते हैं कि उनकी बेटी सामूहिक बलात्कार और हत्या की शिकार थी। ये ऐसा अपराध है, जिसे अकेला शख्स अंजाम नहीं दे सकता। हमें विश्वसनीय स्रोतों से पता चला है कि मौजूद साक्ष्य बताते हैं कि उनकी बेटी की हत्या में कम से कम 3 व्यक्ति शामिल थे। अन्य लोगों को बचाने के लिए अनुचित तरीके से शव परीक्षण किया गया।"
सेमिनार हॉल के रिपेयरिंग काम पर उठे सवाल
दरअसल, अस्पताल के जिस सेमिनार हॉल में घटना हुई थी, वहां निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस पर प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से सवाल उठाए हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सबूतों से छेड़छाड़ करने के लिए सेमिनार हॉल के बगल में निर्माण कार्य शुरू किया गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि जिस सेमिनार हॉल में इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया गया, उसे सील किया जाना चाहिए था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया गया।
क्या है पूरा मामला?
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि डॉक्टर की हत्या से पहले बलात्कार किया गया था। उसकी आंख, मुंह, पैर, गर्दन, हाथ, कमर और निजी अंगों पर काफी चोटें थीं। मामले में कोलकाता पुलिस ने अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया था। फिलहाल CBI को मामले की जांच सौंपी गई है।