NEET पेपर लीक मामले में CBI ने बिहार से पहली गिरफ्तारी की
राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG 2024 के पेपर लीक और धांधली के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने गुरुवार को बिहार से पहली गिरफ्तारी की है। जांच एजेंसी ने पटना से मनीष प्रकाश को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मनीष ने घोटाले में शामिल छात्रों को लाने- ले जाने की व्यवस्था की थी और लर्न एंड प्ले स्कूल में कमरा बुक किया था। बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) भी मनीष से पूछताछ कर चुकी है।
बिहार पहुंची CBI टीम
2 लोगों को हिरासत में लिया गया
मनीष प्रकार की गिरफ्तारी के अलावा जांच एजेंसी ने 2 लोगों को हिरासत में लिया है। उनको पूछताछ के लिए पटना स्थित CBI कार्यालय बुलाया गया था। इसके बाद उनको विशेष CBI कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 7 दिन की CBI हिरासत में भेजा गया है। इनका नाम बलदेव कुमार उर्फ चिंटू और मुकेश कुमार बताया जा रहा है। CBI बिहार के संजीव मुखिया को भी तलाश रही है। उसकी भी पेपर लीक में बड़ी भूमिका है।
शिक्षा मंत्रालय ने सौंपी है CBI को जांच
NEET में गड़बड़ी के एक के बाद एक मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। इसके बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी गड़बड़ियों की बात स्वीकार की है। मंत्रालय ने 23 मई को बड़ा फैसला लेते हुए गड़बड़ी की जांच CBI को सौंप दी थी। मंत्रालय ने तब कहा था कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए समीक्षा के बाद मामले की व्यापक जांच के लिए CBI को जिम्मेदारी दी है।
क्या है पूरा मामला?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना से जले हुए प्रश्न पत्र भी बरामद किए गए थे। जब परिणाम जारी हुआ तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की थी। सभी के 720 में से 720 अंक आए थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर की गई हैं। बिहार में EOU ने अब तक 18 गिरफ्तारी की है।