जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर के लाल चौक पर आतंकियों का CRPF जवानों पर हमला, चार घायल
क्या है खबर?
श्रीनगर के प्रसिद्ध लाल चौक इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों पर आतंकियों के हमले में चार लोग घायल हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, आतंकियों ने गश्त कर रहे CRPF जवानों पर बम फेंका था। इसके बाद हुए धमाके में दो सुरक्षा बल और दो आम नागरिक घायल हो गए।
घायलों का श्री महाराज हरि सिंह अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।
धमाका
धमाके की तेज आवाज से इलाके के लोगों में फैली दहशत
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों ने लाल चौक के पास स्थित प्रताप पार्क इलाके में CRPF जवानों को निशाना बनाते हुए बम फेंका। इस इलाके में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से ही कड़ी पाबंदियां लगी हुईं हैं।
अधिकारियों ने बताया कि धमाके के समय स्थानीय लोग रविवार बाजार के नाम से पहचाने जाने वाले साप्ताहिक बाजार में आए हुए थे और धमाके की तेज आवाज से उनमें दहशत फैल गई।
बयान
CRPF के प्रवक्ता ने की दो जवानों के घायल होने की पुष्टि
CRPF के प्रवक्ता पंकज सिंह ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' अखबार से बात करते हुए धमाके में दो जवानों के घायल होने की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि चार्ली 21 कंपनी के दो जवानों को मामूली चोटें आई हैं।
सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की खोज की जा रही है।
बता दें कि पिछले महीने भी आतंकियों के CRPF जवानों पर बम फेंकने की घटना सामने आई थी जिसमें एक 16 वर्षीय लड़का घायल हुआ था।
अन्य हमला
तीन दिन में सुरक्षा बलों पर आतंकी हमले का दूसरा मामला
गौरतलब है कि पिछले तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों पर आतंकी हमले का ये दूसरा मामला है।
इससे पहले शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर हाइवे के नगरोटा टोल प्लाजा पर आतंकियों ने पुलिस और CRPF जवानों पर हमला कर दिया था। जवाबी मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए थे।
ये आतंकी एक ट्रक में बैठकर श्रीनगर से बाहर जा रहे थे, लेकिन जब टोल प्लाजा पर पुलिस ने ट्रक को रोका तो उन्होंने उन पर फायरिंग कर दी।
साजिश
बड़े हमले का अंजाम देना चाहते थे आतंकी
आतंकियों को ढेर करने के बाद तलाशी अभियान में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में गोला-बारूद और हथियार बरामद किए थे। आतंकियों के पास से बुलेटप्रूफ वाहनों को भेदने में सक्षम गोलियां भी मिलीं थीं।
आतंकियों का मकसद एक बड़े हमले को अंजाम देना था और उन्होंने टोल प्लाजा के पास एक होर्डिंग के नीचे IED बम छिपाकर रखा था। उनके एक अन्य साथी को इसका इस्तेमाल करना था।
तीनों आतंकी पाकिस्तान से थे और जैश-ए-मोहम्मद से संबंध रखते थे।