लंदन में भारतीय उच्चायोग पर खालिस्तानियों ने की तिरंगा उतारने की कोशिश, जानिए क्या-क्या हुआ
भारत में खालिस्तान समर्थकों पर हुई कार्रवाई के विरोध में लंदन स्थित भारत के उच्चायोग परिसर में विरोध प्रदर्शन देखा गया। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने परिसर में लगे तिरंगे को उतारने की कोशिश की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए भारत सरकार ने दिल्ली में ब्रिटेन के वरिष्ठतम राजनयिक को तलब किया है। आइये जानते कि अब तक क्या-क्या हुआ है।
लंदन में क्यों हुआ प्रदर्शन?
पंजाब में खालिस्तान सर्मथकों पर पुलिस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पंजाब पुलिस ने 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित किया है, जबकि उनके 78 समर्थकों को गिरफ्तारी हुई है। पुलिस द्वारा अमृतपाल की गिरफ्तार के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है। वहीं पंजाब में 20 मार्च तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई है। इसी कार्रवाई के विरोध में लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने प्रदर्शन किया।
भारत सरकार ने ब्रिटेन के वरिष्ठतम राजनयिक को किया तलब
लंदन में हुई घटना पर भारत सरकार ने दिल्ली में ब्रिटेन के वरिष्ठतम राजनयिक को तलब किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि जिस वक्त भारतीय उच्चायोग परिसर में यह घटना हुई, उस वक्त वहां से सुरक्षाकर्मी पूरी तरह से नदारद थे। इसे लेकर ब्रिटेन के राजनयिक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। भारत सरकार ने ब्रिटेन राजनयिक से घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
खालिस्तानियों का लंदन उच्चायोग परिसर में प्रदर्शन
ब्रिटेन राजयनियक ने कहा- यह घटना अस्वीकार्य है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के वरिष्ठतम राजनयिक एलेक्स एलिस दिल्ली से बाहर हैं, जिसके बाद ब्रिटेन के उप वरिष्ठ राजनयिक क्रिस्टीना स्कॉट भारतीय विदेश मंत्रालय के सामने उपस्थित हुईं। उन्होंने कहा कि ब्रिट्रेन सरकार उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। इस घटना को लेकर ब्रिटेन के राजनयिक एलिस ने ट्वीट में कहा, 'मैं लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग परिसर और वहां के लोगों के खिलाफ आज के घृणित कृत्यों की निंदा करता हूं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।'
खालिस्तान समर्थकों ने लंदन में क्या किया?
रविवार देर शाम लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग को खालिस्तान समर्थकों ने निशाना बनाया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने इमारत में लगे तिरंगे को निकालने की कोशिश करते हुए परिसर में तोड़फोड़ भी की। इस घटना के समय उच्चायोग परिसर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण आसानी से उपद्रवियों ने इस घटना को अंजाम दिया। हालांकि, इस घटना के बाद खालिस्तानियों को कड़ा संदेश देते हुए लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पर अधिकारियों ने एक विशाल तिरंगा फहराया।