सरकार ने की पुष्टि, भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) पर बैन
क्या है खबर?
बीती शाम लोकप्रिय गेम बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) को गूगल प्ले स्टोर और ऐपल ऐप स्टोर से हटा दिया गया और 24 घंटे के अंदर सरकार ने गेम पर बैन लगाने की पुष्टि कर दी है।
गेम को उन्हीं नियमों के चलते बैन किया गया है, जिनके साथ साल 2020 में PUBG मोबाइल गेम समेत 118 ऐप्स पर भारत में प्रतिबंध लगाया गया था।
BGMI पर बैन लगाने की वजह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बताई गई है।
सर्कुलर
चीन के साथ डाटा शेयरिंग से जुड़ी चिंता
सरकार के सर्कुलर में इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना मंत्रालय (MeitY) ने कहा है कि गेम पर बैन लगाने की कार्रवाई चीन के साथ डाटा शेयरिंग से जुड़ी चिंताओं के चलते की गई है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, साल 2020 में सरकार ने PUBG मोबाइल समेत 118 ऐप्स को IT कानून के सेक्शन 69A के तहत बैन किया था और बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) पर भी इन्हीं नियमों के साथ प्रतिबंध लगा है।
पुष्टि
गूगल और क्राफ्टॉन ने भी की गेम हटाए जाने की पुष्टि
गेम पब्लिशर क्राफ्टॉन ने प्ले स्टोर और ऐप स्टोर से BGMI गेम हटाए जाने की पुष्टि की है।
क्राफ्टॉन सरकार और संबंधित एजेंसियों से मिलकर मामले की जांच कर रही है और भारत में वापसी की कोशिश जरूर करेगी।
वहीं, गूगल ने कन्फर्म किया है कि सरकार से मिले आदेश के बाद ही संबंधित गेम को गूगल प्ले स्टोर से हटाया गया और डिवेलपर को इसकी जानकारी दे दी गई है।
वजह
PUBG मोबाइल का रीब्रेंडेड वर्जन होने के चलते बैन
2 सितंबर, 2020 को भारत में PUBG मोबाइल पर बैन लगाया गया था और इसके अलावा 117 अन्य चाइनीज ऐप्स पर कार्रवाई हुई थी।
क्राफ्टॉन के लिए भारत बड़ा मार्केट था और गेम ने कई बार कोशिशों के बाद नए नाम से वापसी की थी।
हालांकि, PUBG मोबाइल और BGMI अलग-अलग नाम लेकिन एक जैसे गेमप्ले वाले गेम्स हैं।
BGMI को PUBG मोबाइल का रीब्रैंडेड वर्जन होने का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
हाल ही में भारत में लॉन्च का एक साल पूरे करने वाले BGMI गेम ने इसी महीने 10 करोड़ डाउनलोड्स का आंकड़ा छुआ था। क्राफ्टॉन ने इस साल भारत में मजबूत ई-स्पोर्ट्स इकोसिस्टम बनाने और टूर्नामेंट्स आयोजित करने की बात भी कही थी।
अपील
सरकार से की गई थी गेम पर बैन लगाने की अपील
साल की शुरुआत में प्रहार नाम के NGO ने सरकार से BGMI पर प्रतिबंध लगाने को कहा था।
प्रहार ने कहा था कि यह पहले बैन किए गए PUBG मोबाइल गेम है, जिसे नए नाम से भारत में उतारा गया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने भी प्रहार NGO का समर्थन किया था और भारत पर चाइनीज BGMI-PUBG के प्रभाव की जांच करने की मांग उठाई थी।
विवाद
गलत वजहों से चर्चा में रहा था गेम
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक किशोर द्वारा उसकी मां की हत्या को भी बैटल रॉयल गेम से जोड़कर देखा गया था, हालांकि इससे जुड़े साक्ष्य नहीं मिले।
इसी तरह बच्चों की ओर से इन-गेम कंटेंट खरीदने के लिए पैसों की चोरी और माता-पिता की जानकारी के बिना उनके बैंकिंग कार्ड्स इस्तेमाल करने के कई मामले भी सामने आए थे।
गेमिंग की लत लगने और बच्चों पर इनके प्रभाव से जुड़ी चिंता भी जताई गई थी।