पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर के पास मिला जिंदा बम
चंडीगढ़ के सेक्टर 2 स्थित पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के घर के पास राजिंदर पार्क में एक जिंदा बम मिला है। बम मिलने की सूचना पर बम निरोधक दस्ते के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। बतौर रिपोर्ट्स, इस दौरान मुख्यमंत्री मान अपने आवास पर मौजूद नहीं थे। यह जगह पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के लिए बने हेलीपैड के पास बताई जा रही है।
ट्यूबवेल ऑपरेटर ने पुलिस को दी थी बम की सूचना
बतौर रिपोर्ट्स, एक ट्यूबवेल ऑपरेटर ने सबसे पहले राजिंदर पार्क में आम के बाग में यह बम पड़ा हुआ देखा था। फोन पर बम की सूचना मिलने पर चंडीगढ़ पुलिस की कई टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। पुलिस ने भारतीय सेना को भी मामले की सूचना दी है और मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि इलाके में कई VIP आवास होने के कारण यहां की सुरक्षा काफी पुख्ता रहती है।
यहां देखें घटनास्थल की तस्वीरें
मामले की जांच में जुटे पुलिस के अधिकारी
NDTV के मुताबिक, चंडीगढ़ प्रशासन के नोडल अधिकारी कुलदीप कोहली ने बताया, "हमें जानकारी मिली कि यहां कोई संदिग्ध वस्तु पाई गई है। जब हमने जांच की तो पता चला कि यह एक जिंदा बम था। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह इस इलाके में कैसे पहुंचा।" उन्होंने आगे बताया कि बम निरोधक दस्ते ने इलाके को सील कर दिया है और आगे की जांच भारतीय सेना करेगी।
पिछले महीने सरहाली पुलिस थाने पर रॉकेट से हुआ था हमला
पंजाब के तरनतारन जिले के सरहाली पुलिस थाने पर 10 दिसंबर को रॉकेट लॉन्चर से हमला हुआ है। इस हमले में थाने की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे और एक दरवाजे को नुकसान पहुंचा था। खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने बताया था कि रॉकेट की सीमा पार से तस्करी हुई थी। उन्होंने इस हमले को पड़ोसी देश पाकिस्तान की साजिश बताया था।
9 मई, 2021 को मोहाली में हुआ था हमला
इससे पहले पिछले साल 9 मई को मोहाली स्थित पंजाब पुलिस इंटेलीजेंस मुख्यालय के बाहर धमाका हुआ था। पुलिस ने बताया था कि इमारत पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) दागा गया था जिससे यह धमाका हुआ। धमाके से इमारत के शीशे टूट गए और एक दीवार को भी नुकसान पहुंचा था। इसके अलावा इमारत को किसी अन्य तरह का नुकसान नहीं हुआ था। दिल्ली से गई राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम ने इस हमले की जांच की थी।