एयर इंडिया के बाद इंडिगो ने दिया 500 विमानों का ऑर्डर, टर्किश एयरलाइन से मिलाया हाथ
क्या है खबर?
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया कंपनी की ओर से किए गए 470 विमानों की खरीद के ऐतिहासिक सौदे ने देश के एविएशन सेक्टर में खलबली मचा दी है।
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने इसे गंभीरता से लेते हुए अब अपने विस्तार की भी योजना बना ली है।
इसके तहत उसने यूरोप में अपना विस्तार करने के लिए टर्किश एयरलाइन से हाथ मिलाया है और करीब 500 नए विमानों का ऑर्डर भी दे दिया है।
बयान
"कंपनी ने यूरोप तक पहुंच बढ़ाने के लिए की साझेदारी"
इंडिगो के अंतरराष्ट्रीय बिक्री प्रमुख विनय मल्होत्रा ने कहा, "इंडिगो ने यूरोप तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए टर्किश एयरलाइंस के साथ साझेदारी की है और अपनी विस्तार योजना के तहत करीब 500 नए विमानों का ऑर्डर दिया है।"
उन्होंने आगे कहा, "इंडिगो ने यूरोपीय दिग्गज एयरबस और अमेरिकी कंपनी बोइंग दोनों को ही नए विमानों का ऑर्डर दिया है। यह भारत से इस्तांबुल और यूरोप तक यात्री सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करेगा।"
संचालन
इंडिगो रोजाना कर रही 1,800 उड़ानों का संचालन- मल्होत्रा
मल्होत्रा ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "एयरलाइन वर्तमान में रोजाना 1,800 उड़ानों का संचालन कर रही है। इनमें से 10 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर हैं।"
उन्होंने कहा, "इंडिगो के बेड़े में 300 से अधिक विमान हैं और कंपनी इस समय 76 घरेलू और 26 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए परिचालन करती है। हाल में नासिक और धर्मशाला के लिए भी उड़ानों की घोषणा की गई है।" बता दें कि अभी घरेलू मार्केट में इंडिगो की हिस्सेदारी 56.1 फीसदी है।
बयान
अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर जोर दे रही है कंपनी- CEO
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स ने कहा, "कंपनी अब अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर जोर दे रही है। हम आने वाली गर्मियों में नैरोबी (केन्या) और जकार्ता (इंडोनेशिया) के लिए नई उड़ानें शुरू करेंगे। हम मध्य एशिया के कुछ गंतव्यों पर भी विचार कर रहे हैं, लेकिन अभी यह तय नहीं किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा, "भारतीय बाजार में आगे चलकर ग्रोथ की काफी संभावनाएं हैं और यहां कई एयरलाइन के लिए जगह है।"
प्रतिस्पर्धा
"एविएशन सेक्टर में चाहता हूं प्रतिस्पर्धा"
CEO एल्बर्स ने कहा, "मैं एविएशन सेक्टर में प्रतिस्पर्धा चाहता हूं। प्रतिस्पर्धा होना अच्छा है, लेकिन यह एक ऐसी प्रतिस्पर्धा होगी, जो बाजार में ग्रोथ के साथ-साथ चल रही है।"
उन्होंने कहा, "टर्किश एयरलाइन के साथ एक कोडशेयर समझौते के रूप में इंडिगो यात्रियों को भारत से इस्तांबुल और इस्तांबुल से आगे ले जाने में सक्षम होगा। यह एक कोड शिप साझेदारी है जो हमें यूरोप में प्रवेश करने की अनुमति देती है जो पहले नहीं थी।"
जानकारी
2030 तक हो पाएगी डिलीवरी- CEO
CEO एल्बर्स ने बताया कि इंडिगो के पास यूरोपीय दिग्गज एयरबस से पाइपलाइन में विमान हैं जो 2030 तक डिलीवरी सुनिश्चित करेंगे। विमान आने के बाद उन्हें घरेलू क्षेत्रों और विदेशों में तैनात किया जाएगा। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी।
विश्वास
इंडिगो पर ही क्यों होगा लोगों को विश्वास?
विदेश जाने के लिए यात्रियों के इंडिगो की ही सेवा लिए जाने के सवाल पर एमब्स ने कहा, "हम यूरोप के लिए सबसे अच्छी कनेक्टिविटी की पेशकश कर रहे हैं और इंडिगो लोगों को परेशानी मुक्त सेवा, समय पर उड़ान और किफायती किराए का आश्वासन देता है। ऐसे में लोग उनके साथ जुड़ना पसंद करेंगे।"
बता दें कि वर्तमान में घरेलू उड़ानों में इंडिगो का ही दबदबा रहा है। दूसरे नंबर पर एयर इंडिया है, जिसकी 24.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
पुनरावृत्ति
एयर इंडिया ने दिया था 470 विमानों का ऑर्डर
बता दें कि हाल ही में एयर इंडिया ने अमेरिका और फ्रांस की दिग्गज विमान निर्माता कंपनी बोइंग और एयरबस से 470 विमान खरीदने का ऐतिहासिक सौदा किया है। यह सौदा और भी बड़ा हो सकता है, इसमें अब एयर इंडिया कुल 840 विमान खरीद सकती है।
एयरलाइन के मुख्य कॉमर्शियल और ट्रांसफार्मेशन अधिकारी (CCTO) निपुन अग्रवाल ने कहा था कि अभी एयर इंडिया के पास अतिरिक्त 370 विमानों को खरीदने का अधिकार सुरक्षित है।