कोरोना वायरस: देश की पहली संक्रमित छात्रा की हालत में हुआ सुधार, जल्द जा सकेगी घर
कोरोना वायरस से प्रतिदिन बढ़ती मृतकों की संख्या के बाद सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पूरी दुनिया में इस महामारी से लड़ने के लिए तैयार रहने की चेतावनी जारी की है। इसी बीच भारत के केरल राज्य से अच्छी खबर सामने आई है। केरल के त्रिशूर में मिली देश की पहली कोरोना वायरस से संक्रमित छात्रा की हालत में सुधार हो रहा है और उसे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी देकर घर रवाना कर दिया जाएगा।
छात्रा की पांचवीं सैंपल रिपोर्ट भी आई नेगेटिव
त्रिशूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि चीन के वुहान से वापस लौटी 24 वर्षीय मेडिकल छात्रा की ताजा यानी पांचवे सैंपल की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। चिकित्सकों की टीम उस पर नजर रखे हुए है। अब उसकी एक और जांच की जाएगी। उसके नेगेटिव आने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। इसी तरह दो अन्य मरीजों की हालत में भी सुधार हो रहा है। उनके भी लगातार मेडिकल टेस्ट कराए जा रहे हैं।
भारत में अभी तक सामने आए तीन मामले
बता दें कि हाल ही में दो विशेष विमानों के जरिए वुहान में फंसे 647 भारतीय नागरिकों को वापस लाया गया था। जिनमें से ज्यादातर के रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। भारत में अभी तक कोरोना वायरस के तीनों मामले केरल से ही सामने आए हैं।
केरल सरकार ने वापस ली 'राजकीय आपदा' की चेतावनी
तीनों मरीजों की सेहत में सुधार होने और मेडिकल रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद केरल सरकार ने गत सप्ताह 'राजकीय आपदा' की चेतावनी को वापस ले लिया है। केरल की चिकित्सा मंत्री केके शैलजा ने बताया कि मरीजों की हालत में सुधार है। तीनों को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ही राज्य खुद को वायरस मुक्त घोषित करेगा। दो अन्य मरीजों का कासरगोड और अलाप्पुझा में इलाज चल रहा है।
भारत ने सर्जिकल मास्क और ग्लव्ज के निर्यात से हटाई रोक
वहीं, भारत सरकार ने सोमवार को सर्जिकल मास्क और ग्लव्ज के निर्यात से रोक हटा दी है। सरकार ने गत दिनों कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में मास्क और ग्लव्ज की मांग बढ़ने को देखते हुए इनके निर्यात पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब सरकार ने मदद के हिसाब से इस पर लगी रोक को हटा दिया है। विदेशी व्यापार महानिदेशालय ने कहा है कि मास्क और ग्लव्ज के अलावा अन्य संरक्षण उपकरणों के निर्यात पर रोक जारी रहेगी।
WHO ने जारी की चेतावनी
WHO ने कोरोना वायरस को लेकर दुनिया के सभी देशों को चेतावनी जारी की है। WHO ने कहा है विश्व के देशों में उन लोगों में भी कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है, जो पहले कभी चीन गए ही नहीं। ऐसे में यह वायरस चीन के अलावा अन्य देशों में भी फैल सकता है। संगठन के प्रमुख तेदरोस अदहानोम गेब्रेयसस ने सभी देशों से इस घातक वायरस से निपटने के लिए हरदम तैयार रहने की अपील की है।
दुनिया में 908 पहुंचा मृतकों का आंकड़ा
कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। रविवार को चीन में इससे 97 लोगों की मौत हो गई, जोकि एक दिन में सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा है। इसके साथ ही दुनियाभर में वायरस के कारण अब तक कुल 908 लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 40,171 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। वहीं, चीन में रविवार को सुधार के बाद 3,281 रोगियों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
जापान के जहाज पर वायरस पीड़ितों की संख्या हुई 136
जापान के योकोहामा में समुद्र की बीच जहाज डायमंड प्रिंसेज पर वायरस पीड़ितों की संख्या 136 पहुंच चुकी है। रविवार को जांच के बाद 66 नए मामले सामने आए हैं। इस जहाज पर चालक दल में शामिल 132 लोगों सहित कुल 138 भारतीय सवार है। चालक दल के एक सदस्य बिनय कुमार ने NDTV के जरिए प्रधानमंत्री मोदी से उन्हें जहाज से निकालने की अपील की है। उन्होंने बताया कि किसी भी भारतीय के वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।
कोरोना वायरस क्या है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस एक वायरस परिवार है। इससे संक्रमित हुए पीड़ित की जुकाम, सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से मौत हो सकती है। यह वायरस पशुओं के जरिए इंसानों तक पहुंचता है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे संक्रमित हो जाता है। इस वायरस का अभी तक इलाज नहीं मिला है। केवल लक्षणों के आधार पर ही उपचार किया जा रहा है।
कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव
इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को पहले बुखार आता है और उसके बाद खांसी तथा सांस लेने में परेशानी होती है। यह छूने, हाथ मिलाने, खांसने और छींकने से हवा में फैलता है और दूसरे व्यक्ति को अपना शिकार बनाता है। इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखना, बीमार व्यक्ति के पास जाने से बचना, खांसते या छींकते समय मुंह पर मास्क या रूमाल लगाना चाहिए। इसी प्रकार बीमार होने पर घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।