खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने की तैयारी, अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन
भारत खाड़ी देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने की तैयारी कर रहा है और इसके लिए भारतीय वायुसेना और नौसेना की तैयारियां अंतिम दौर में हैं। अगर इस योजना को अमलीजामा पहनाया जाता है तो ये विदेशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन साबित होगा। इसके अलावा मध्य-पूर्व देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने की तैयारियां भी चल रही हैं।
खाड़ी देशों में भारतीय दूतावासों ने शुरू किया सूची बनाना
खाड़ी देशों में शामिल सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), ओमान, कतर और बहरीन में लगभग आठ लाख भारतीय काम करते हैं और विदेशों में रहने वाले भारतीयों में से 70 प्रतिशत इन्हीं देशों में रहते हैं। 'न्यूज 18' की रिपोर्ट के अनुसार, इन देशों में भारतीय दूतावासों ने उन भारतीयों की सूची बनाना शुरू कर दिया है जिन्हें चरणबद्ध तरीके से बाहर निकाला जाना है। सरकार का जोर उन मजदूरों पर है जिनके वर्क परमिट समाप्त हो चुके हैं।
वायुसेन और नौसेना तैयार कर रहे अपने विमान और जहाज
इस ऑपरेशन के लिए भारतीय वायुसेना अपने 11 C-17 ग्लोबमास्टर्स का प्रयोग कर सकती है जो एक बार में 100 यात्रियों को ला सकता है। इसके अलावा एयर इंडिया भी विशेष उड़ानें चला सकती है। वहीं नौसेना अपने कम से कम तीन जहाजों को इस ऑपरेशन के लिए तैयार कर रही है। इन तीन जहाजों में INS जलस्व भी शामिल है जो नौसेना का दूसरे सबसे बड़ा परिवहन जहाज है। नौसेना के हर जहाज में क्वरांटाइन की सुविधा मौजूदा होगी।
नौसेना के जहाजों पर होगा सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन
एक सूत्र ने 'न्यूज 18' को बताया कि नौसेना के जहाजों को कई चक्कर लगाने पड़ेंगे क्योंकि एक जहाज एक बार में 500 लोगों को ही ला सकता है। इन जहाजों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। एक नौसेना अधिकारी ने बताया कि लोगों को एक-दूसरे से सुरक्षित दूरी पर रखने के लिए जहाजों में बदलाव किए जाने हैं। पुरुषों को ऊपरी डेक और महिलाओं और बच्चों को नीचे के डेक में जगह दी जाएगी।
अधिकारी बोले, होगा अब तक का सबसे बड़ा इवेक्युएशन ऑपरेशन
एक राजनयिक ने 'फाइनेंशियल एक्सप्रेस' से कहा, "ये इवेक्युएशन अब तक का सबसे बड़ा होगा। कम से कम पांच लाख लोगों को बाहर निकाला जा सकता है, जो एक बड़ी संख्या होगी। जिन्हें बाहर निकाला जा रहा, वे वो मजदूर हैं जो इन देशों में लॉकडाउन के कारण अपनी नौकरी खो चुके हैं या जिनका वर्क परमिट खत्म हो गया है। इसके अलावा अन्य कई भारत वापस आना चाहते हैं। इनमें कोरोना वायरस से संक्रमित लोग भी शामिल हैं।"
1990 के खाड़ी युद्ध के समय चलाया गया था सबसे बड़ा इवेक्युएशन ऑपरेशन
भारत द्वारा अब तक का सबसे बड़ा इवेक्युएशन ऑपरेशन 1990 के खाड़ी युद्ध के दौरान चलाया गया था। तब ईराक ने कुवैत पर हमला कर दिया था, जिसके बाद कुवैत में फंसे 1.7 लाख भारतीयों को एयर इंडिया के विमानों से एयरलिफ्ट किया गया था। 2004 की सुनामी के समय भारतीय नौसेना ने भी जिन भारतीयों और अन्य देशों के नागरिकों को मदद चाहिए थी, उनके लिए अपने जहाज भेजे थे।