कोरोना वायरस: भारत में जल्द शुरू हो सकता है वैक्सीन का उत्पादन, जानिए बड़ी बातें
क्या है खबर?
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कहर मचा रखा है। यह वायरस प्रतिदिन हजारों लोगों की जिंदगी लील रहा है।
डरे-सहमे लोगों के मन में बस एक ही सवाल है कि क्या इस वायरस को खत्म करने वाली वैक्सीन या दवा आएगी?
अब राहत की खबर यह है कि भारत की पुणे स्थित एक कंपनी कोरोना वायरस की वैक्सीन का उत्पादन करने की तैयारी में है और इसके अक्टूबर तक बाजार में आने की उम्मीद है।
परीक्षण
वैक्सीन का मानव परीक्षण सफल होते ही शुरू किया जाएगा उत्पादन
पुणे स्थित टीके बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने रविवार को कहा कि वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन का दो से तीन सप्ताह में उत्पादन शुरू करने की तैयारी में हैं।
यदि इसका मानव पर परीक्षण सफल रहा तो अक्टूबर तक यह बाजार में आ जाएगी।
SII उन सात वैश्विक कंपनियों में शामिल है, जिसके साथ ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने वैक्सीन के उत्पादन के लिए साझेदारी की है।
उत्पादन
पुणे स्थित कंपनी के सयंत्र में ही तैयार की जाएगी वैक्सीन
हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार, कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने बताया कि मानव परीक्षण सफल होने पर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन के उत्पादन का निर्णय किया गया है। वैक्सीन का निर्माण पुणे स्थित कंपनी के सयंत्र में ही किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वैक्सीन बनाने के लिए यदि अलग सयंत्र स्थापित किया जाए तो इसका निर्माण शुरू करने में दो-तीन साल का समय लग जाएगा। ऐसे में उपलब्ध संशाधनों से ही जल्द से जल्द वैक्सीन बनाई जाएगी।
जानकारी
मलेरिया वैक्सीन प्रोजेक्ट पर भी काम कर चुकी है कंपनी
बता दें कि कोरोना वैक्सीन का उत्पादन करने की तैयारी में जुटी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इससे पहले भी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मलेरिया मलेरिया वैक्सीन प्रोजक्ट पर काम कर चुकी है। ऐसे में सफलता की उम्मीद अधिक है।
परीक्षण शुरू
ऑक्स्फोर्ड में शुरू हुआ वैक्सीन का मानव परीक्षण
कंपनी के CEO पूनावाला ने बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में गत गुरुवार से वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू कर दिया गया है। इसके लिए चयनित 800 स्वैच्छिक स्वयंसेवकों में दो को परीक्षण के लिए भर्ती किया गया है।
इन स्वयंसेवकों को ChAdOx1 nCoV-19 के साथ इंजेक्शन दिया गया है।
बता दें कि मानव परीक्षण स्तर पर पहुंचने वाली यह कोरोना की छठी वैक्सीन है। ऐसे में अब कोरोना की वैक्सीन जल्द आने की उम्मीद बढ़ गई है।
उत्पादन
प्रतिमाह 50 लाख वैक्सीन का किया जाएगा उत्पादन
कंपनी के CEO पूनावाला ने बताया कि उनकी टीम ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के डॉ हिल के साथ मिलकर वैक्सीन के मानव परीक्षण पर करीब से काम कर रही है।
उन्होंने वैक्सीन का अगले दो से तीन सप्ताह में उत्पादन शुरू किए जाने की उम्मीद जताई है।
उन्होंने कहा कि पहले छह महीने उत्पादन की क्षमता प्रति माह 50 लाख खुराक की रहेगी। इसके बाद इसे बढ़ाकर प्रति माह एक करोड़ खुराक का उत्पादन करने की योजना है।
परीक्षण
भारत में भी परीक्षण करने की चल रही है तैयारी
पूनावाला ने बताया कि भारत में भी इस वैक्सीन का परीक्षण शुरू करने के लिये आवश्यक मंजूरियां लेने की प्रक्रिया चल रही है।
उन्होंने बताया कि मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने इस प्रयास को खुद ही वित्तपोषित किया है।
उन्हें उम्मीद है कि उत्पादन शुरू होने के बाद उसे बढ़ाने में उन्हें अन्य साझेदारों से भी सहयोग मिलेगा।
इससे लोगों को जल्द इस खतरनाक वायरस को खत्म करने वाली वैक्सीन मिल जाएगी।
जानकारी
कंपनी नहीं कराएगी वैक्सीन का पेटेंट
पूनावाला के अनुसार वह इस वैक्सीन का पेटेंट नहीं कराएंगे और इसे न सिर्फ भारत बल्कि दुनिया भर की कंपनियों के लिए उत्पादन व बिक्री करने के लिए उपलब्ध कराएंगे। उन्होंने कहा कि वैक्सीन निर्माण में सभी को साझेदार चाहिए।