उत्तर प्रदेश: आगरा के क्वारंटाइन सेंटर में लोगों से हो रहा जानवरों जैसा सुलूक, वीडियो वायरल
सरकार ने देश में कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर उपचार और सुविधा मुहैया कराने के लिए क्वारंटाइन सेंटर खोले हैं। इनके बेहतर परिणाम भी सामने आए है, लेकिन उत्तर प्रदेश के आगरा में संचालित एक क्वारंटाइन सेंटर में मौजूद लोगों के साथ जानवरों जैसा सुलूक किया जा रहा है। सिकंदरा में स्थित शारदा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में संचालित क्वारंटाइन सेंटर में लोगों को बिस्कुट, चाय आदि सामग्री फेंककर दी जा रही है। इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में दिख रही क्वारंटाइन सेंटर की सच्चाई
क्वारंटाइन सेंटर के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनमें दिखाया गया है कि किस तरह सेंटर में लोगों के साथ जानवरों से बदतर सुलूक किया जा रहा है। एक वीडियो में व्यवक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) पहले एक व्यक्ति बिस्कुट के पैकेट उछालता नजर आ रहा है तो दूसरी तरफ लोग उन्हें पकड़ने के लिए हाथ फैलाते दिख रहे हैं। इसी तरह लोग दरवाजे के बाहर रखी पानी की बोतलें लेने का प्रयास करते दिख रहे हैं।
लोगों को जीवित रहने के लिए करना पड़ रहा है संघर्ष
TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार सेंटर में संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन किया गया है, लेकिन उनमें से अधिकतर की तो अभी तक जांच भी नहीं की गई है। अपने परिवार से दूर इन लोगों को सेंटर में ना तो समय पर भोजन मिल रहा है और ना ही अन्य सुविधाएं। लोगों को कई बार तो भूखे पेट तक सोना पड़ रहा है। इसी तरह सेंटर की नियमित रूप से सफाई भी नहीं हो रही है।
क्वारंटाइन महिला ने बताई आपबीती
सेंटर में क्वारंटाइन की गई एक महिला ने दूसरे वीडियो में बताया कि उन्हें अलग रखने के लिए यहां लाया गया था, लेकिन यहां ना तो उनकी जांच कराई गई है और ना ही उनके लिए खाने-पीने की कोई उचित व्यवस्था की गई है।
यहां देखें पूरा वीडियो
वरिष्ठ अधिकारी ने किया राशन मुहैया कराने का दावा
अतिरिक्त जिला कलक्टर (ADM) पुष्पराज सिंह ने बताया कि आगरा के आसपास संचालित 21 सेंटरों में कुल 800 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। उन्होंने कहा कि सेंटरों में सोशल डिस्टैसिंग का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। उन्होंने जांच नहीं कराए जाने के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर जांच की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि सेंटरों में पर्याप्त राशन मुहैया कराया गया है।
यहां देखिए दूसरा वीडियो
जिला कलक्टर ने कही मामले की जांच कराने की बात
जिला कलक्टर प्रभु नारायण सिंह ने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर का दौरा किया था। खराब हालत के बाद उन्होंने लोगों को सभी कमियों को जल्द से जल्द ठीक करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि मामले में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) को जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही सेंटरों की जिम्मेदारी संभालने वाली टीम के खिलाफ कोई एक्शन लिया जाएगा।
भाजपा के मेयर ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को लिखा था पत्र
इससे पहले आगरा में लगातार बढ़ते संक्रमण और अव्यवस्थाओं को लेकर गत 21 अप्रैल को भाजपा के मेयर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। उसमें उन्होंने आगरा को अगला वुहान शहर (चीन में कोरोना की शुरुआत वाला शहर) बनने से बचाने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि आगरा प्रशासन शहर में कोरोना के संक्रमण को रोकने में नाकामयाब साबित हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी।
अधिकारियों पर लगाया घर से बाहर नहीं निकलने का आरोप
मेयर जैन ने वरिष्ठ अधिकारियों पर स्थिति का जायजा लेने के लिए अपने घरों से बाहर नहीं निकलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अधिकारी केवल फोटो खिंचवाने के लिए घरों से बाहर आते हैं। अधिकारियों की यह ढिलाई लोगों में भाजपा सरकार के खिलाफ गुस्सा भर रही है। उनके पत्र को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी रिट्वीट किया था। बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा में ही सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या है।