
कोरोना वायरस: अमेरिकी में बीते दिन लगभग 4,000 मौतें, एक दिन में सबसे अधिक
क्या है खबर?
अपने हालिया इतिहास मुश्किल समय से गुजर रहे अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी का कहर जारी है और गुरूवार को यहां कोरोना के संक्रमण से लगभग 4,000 लोगों की मौत हुई।
जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, गुरूवार रात 8:30 बजे खत्म हुए पिछले 24 घंटे में अमेरिका में संक्रमण के कारण 3,998 लोगों की मौत हुई।
ये अब तक अमेरिका या अन्य किसी देश में कोरोना वायरस के कारण एक दिन में हुई सबसे अधिक मौतें हैं।
प्रभावित राज्य
कैलिफोर्निया में पिछले दो दिन में 1,042 मौतें
अमेरिका में हालिया समय में उसका सबसे बड़ा राज्य कैलिफोर्निया कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है और राज्य में पिछले दो दिन में 1,042 मौतें हो चुकी हैं। कुल मौतों की बात करें तो राज्य में अब तक लगभग 28,500 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से दम तोड़ चुके हैं।
राज्य में अभी लगभग 22,000 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 1 फरवरी तक ये आंकड़ा 30,000 से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
नए मामले
देश में रोजाना आ रहा दो लाख से अधिक नए मामले
संक्रमितों की बात करें तो पूरे अमेरिका में अब तक 2.16 करोड़ लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 3.65 लाख लोगों की मौत हुई है।
पिछले कई हफ्तों से देश में रोजाना दो लाख से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और पिछले 24 घंटे में भी 2.65 लाख नए लोगों को संक्रमित पाया गया।
न्यूयॉर्क सबसे अधिक प्रभावित राज्य है और यहां संक्रमण के कारण 39,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
डरावने अनुमान
अमेरिका को जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं
अमेरिकी लोगों को कोरोना वायरस से जल्द राहत मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है और आगे की तस्वीर और अधिक डरावनी है।
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुमान के मुताबिक, जनवरी के अंत तक 4.05 लाख से लेकर 4.38 लाख अमेरिकियों की कोरोना की वजह से मौत हो सकती है।
वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IMHE) ने अप्रैल तक 5.67 लाख मौतों का अनुमान लगाया है।
वैक्सीन
वैक्सीनों को मंजूरी उम्मीद की एकमात्र किरण, लेकिन तेज करनी होगी रफ्तार
इन डराने वाले आंकड़ों के बीच कोविड वैक्सीन अमेरिकियों के लिए राहत की एकमात्र उम्मीद है और अभी तक यहां दो वैक्सीनों को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी जा चुकी है।
फाइजर और मॉडर्ना की इन वैक्सीनों का स्वास्थ्यकर्मियों और बुजुर्गों पर उपयोग शुरू हो चुका है और अब तक 60 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
हालांकि वैक्सीनेशन की रफ्तार बहुत धीमी है और जल्द राहत के लिए अमेरिका को वैक्सीनेशन को तेज करना पड़ेगा।
धीमी रफ्तार
डॉ फाउची ने भी मानी धीमे वैक्सीनेशन की बात
अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ डॉ एंथनी फाउची ने भी स्वीकार किया है कि देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी रही है। इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि छुट्टियों में वैक्सीनेशन शुरू करने से नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले एक-दो हफ्ते और इंतजार करना पड़ेगा और अगर तब भी वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं होता तो प्रक्रिया में बदलाव किया जाएगा।
सरकार ने भी राज्यों से वैक्सीनेशन तेज करने को कहा है।