सीरम इंस्टीट्यूट से निकली कोरोना वैक्सीन की पहली खेप, आज 13 स्थानों पर पहुंचेगी कोविशील्ड
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) से कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खेप मंगलवार सुबह निकल चुकी है। तापमान नियंत्रित कंटेनरों में रखी इस खेप को पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ले जा गया, जहां से विशेष विमानों से इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जाएगा। तीन ट्रकों के जरिये इस खेप को हवाई अड्डे ले जाया गया। ये सभी ट्रक सुबह 5 बजे कंपनी के संयंत्र से निकले थे। पूजा कर इन ट्रकों को रवाना किया गया था।
इन 13 जगहों पर आज पहुंचेगी वैक्सीन
ट्रकों के हवाई अड्डे पहुंचने के रास्ते में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। तीनों ट्रकों में वैक्सीन के 478 डिब्बे रखे गए थे और हर डिब्बे का वजन लगभग 32 किलोग्राम है। पुणे हवाई अड्डे से वैक्सीन को आठ अलग-अलग विमानों से दिल्ली, अहमदाबाद, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू, करनाल, हैदराबाद, विजयवाड़ा, गुवाहाटी, लखनऊ, चंडीगढ़ और भुवनेश्वर समेत 13 स्थानों पर ले जाया जाएगा। 10 बजे तक इन स्थानों पर वैक्सीन पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है।
कूल-एक्स के ट्रकों में ले जाई जा रही वैक्सीन
जानकारी के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में पांच अन्य ट्रकों के जरिये गुजरात, मध्य प्रदेश और हरियाणा तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। वैक्सीन पहुंचाने के लिए कूल-एक्स कोल्ड चेन लिमिटेड के विशेष ट्रकों का सहारा लिया जा रहा है।
पुणे हवाई अड्डे पर पहुंचे ट्रकों का वीडियो
शुरुआत में 1.1 करोड़ खुराकें देगी कंपनी
गौरतलब है कि सरकार और सीरम इंस्टीट्यूट के बीच हुए समझौते के तहत कंपनी शुरुआत में 1.1 करोड़ खुराकें देगी। समझौते के तहत कंपनी सरकार को पहली 10 करोड़ खुराकें 200 रुपये प्रति खुराक की कीमत पर बेचेगी। खुले बाजार की बात करें तो इसमें कोविशील्ड की कीमत 1,000 रुपये प्रति खुराक हो सकती है। कंपनी के CEO अदार पूनावाला ने अपने एक हालिया बयान में इसकी पुष्टि की थी। यह दुनिया की सबसे किफायती वैक्सीनों में से एक होगी।
वैक्सीन लेकर सबसे पहले दिल्ली के लिए विमान ने भरी उड़ान
3 जनवरी को मिली थी कोविशील्ड के इस्तेमाल की मंजूरी
बता दें कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड को 3 जुलाई को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी थी। इसके साथ भारत बायोटेक की कोवैक्सिन वैक्सीन को भी आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी गई थी, हालांकि दोनों वैक्सीनों की मंजूरी में अंतर है। लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए मुख्य तौर पर कोविशील्ड की ही उपयोग होगा और जरूरत पड़ने पर ही कोवैक्सिन का उपयोग किया जाएगा।
16 जनवरी से शुरू होगा वैक्सीनेशन
भारत में 16 जनवरी यानी शनिवार से कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान शुरू होगा और सरकार का लक्ष्य जुलाई तक 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाना है। इसमें सबसे पहले एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी और इसके बाद पुलिसकर्मियों और सफाई कर्मचारियों समेत महामारी के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर तैनात लगभग दो करोड़ कर्मचारियों को खुराक दी जाएगी। केंद्र सरकार इन सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाने का ऐलान कर चुकी है।