जैसलमेर में वायुसेना का मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त, पायलट की मौत
क्या है खबर?
शुक्रवार शाम को राजस्थान के जैसलमेर में भारतीय वायुसेना का मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से एक पायलट की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर था।
जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक (SP) अजय सिंह ने बताया कि जैसलमेर एयरबेस से उड़ान भरने के बाद यह विमान डेजर्ट नेशनल पार्क के तहत आने वाले सैम इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
विंग कमांडर हर्षित सिन्हा की इस हादसे में मौत हुई है।
हादसा
हवा के बीच लगी विमान में आग
SP सिंह ने बताया कि वन विभाग के एक गार्ड ने हादसे की सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद वायुसेना को जानकारी दी गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हवा में उड़ते समय ही विमान में आग लग गई थी और जोरदार धमाके के साथ यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। करीब एक किलोमीटर के दायरे में विमान का मलबा बिखरा पाया गया।
वायुसेना ने कहा कि वह मृतक के परिवार के साथ खड़ी है और हादसे की जांच के आदेश दिए गए हैं।
हादसे
इस साल पांच मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त
इस साल वायुसेना के पांच मिग-21 विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं, जिनमें तीन पायलटों की मौत हुई है।
इससे पहले 17 मार्च को ग्वालियर के पास हुए हादसे में ग्रुप कैप्टन आशीष गुप्ता ने अपनी जान गंवाई थी।
20 मई को पंजाब के मोगा जिले में मिग-21 बाइसन विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें स्क्वॉड्रन लीडर अभिनव चौधरी की मौत हुई थी। चौधरी विमान से कूदने में कामयाब रहे थे, लेकिन सुरक्षित नहीं उतर सके।
जानकारी
400 मिग-21 विमान हो चुके हैं हादसे का शिकार
ताजा हादसे ने एक बार फिर मिग-21 विमानों की सुरक्षा को लेकर बहस शुरू कर दी है। रूस में बने इन विमानों को सबसे पहले 1963 में वायुसेना में शामिल किया गया था। वायुसेना ने अपने करीब आधे विमानों को हादसों में खोया है।
TOI के अनुसार, 1971 के बाद वायुसेना के 872 मिग-21 विमानों में से 400 दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। इन हादसों में 200 पायलटों और करीब 50 नागरिकों की मौत हुई है।
भारतीय वायुसेना
नए विमानों में देरी के कारण रिटायर नहीं हो रहे मिग
वायुसेना से मिग-21 विमानों को अभी से पहले रिटायर हो जाना चाहिए था, लेकिन नए विमान मिलने में हो रही देरी के कारण अभी तक इनकी सेवाएं ली जा रही हैं।
भारतीय वायुसेना के पास अभी मिग-21 बाइसन विमानों की चार स्क्वॉड्रन है और स्क्वॉड्रन में 16 से 18 विमान होते हैं।
बाइसन इन विमानों का सबसे आधुनिक वेरिएंट है और ये विमान बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद काफी चर्चा में आए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
क्यों हुई थी मिग-21 बाइसन की चर्चा?
बालाकोट एयरस्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी और इन विमानों को खदेड़ने के लिए भारत ने सुखोई और मिग-21 विमानों को भेजा था।
इनमें विंग कमांडर (अब ग्रुप कैप्टन) अभिनंदन वर्तमान का मिग-21 बाइसन भी शामिल था, जिससे उन्होंने पाकिस्तान का अत्याधुनिक लड़ाकू विमान F-16 को मार गिराया था।
इस लड़ाई में वर्तमान का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, लेकिन उनकी बहादुरी के चर्चे पूरी दुनिया में हुए थे।