पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि जारी, छह दिन में पांचवीं बार बढ़े दाम
क्या है खबर?
आज देश में एक बार फिर तेल के दामों में इजाफा हुआ है। पिछले छह दिन में ये पांचवीं बार है जब पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं।
आज पेट्रोल की कीमत में 50 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत में 55 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई।
पिछले छह दिन में पेट्रोल 3.70 रुपये और डीजल 3.75 रुपये महंगी हो चुकी है। इससे पहले चारों दिन पेट्रोल-डीजल में 80-80 पैसे का इजाफा किया गया था।
मेट्रो शहर
मेट्रो शहरों में अब पेट्रोल-डीजल की क्या कीमत?
इस वृद्धि के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 99.11 रुपये और डीजल की कीमत 90.42 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
आर्थिक राजधानी मुंबई में आज पेट्रोल 113.88 रुपये प्रति लीटर और डीजल 98.13 रुपये, चेन्नई में पेट्रोल 104.90 रुपये और डीजल 95 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
इसी तरह कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 108.53 रुपये और डीजल की कीमत 93.57 रुपये प्रति लीटर है।
तेल की कीमत
137 दिनों बाद मंगलवार से बढ़ने शुरू हुए थे दाम
बता दें कि मंगलवार को इस साल पहली बार देश में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाए गए थे। 137 दिनों में यह पहला इजाफा था। 2017 के बाद यह पहली बार है, जब तेल की कीमतों में इतने अंतराल के बाद तेजी आई है।
बता दें कि भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल विदेशों से खरीदता है। इस तरह यह तेल का दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा आयातक और उपभोक्ता है।
महंगाई
घाटे की पूर्ति के लिए कीमत में और वृद्धि कर सकती हैं कंपनियां
हाल ही में रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा था पिछले साल नवंबर से इस साल मार्च के बीच भारतीय तेल कंपनियों को लगभग 19,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
बढ़ती कीमतों को इसका संकेत बताते हुए उसने कहा था कि कीमतें एक साथ न बढ़ाकर धीरे-धीरे बढ़ाई जाएंगी।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, घाटे की पूर्ति के लिए पेट्रोल की कीमत 10.6-22.3 रुपये और डीजल की कीमत 13.1-24.9 रुपये बढ़ाए जाने की जरूरत है।
राजनीति
सरकार ने यूक्रेन युद्ध को बताया कारण, कांग्रेस का राष्ट्रीय अभियान चलाने का ऐलान
तेल की बढ़ती कीमतों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा था कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के चलते आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई हैं और कच्चे तेल के दाम भी बढ़े हैं। उन्होंने कहा था कि इसका असर सभी देशों पर पड़ रहा है।
विपक्ष मामले में सरकार पर हमलावर बना हुआ है और कांग्रेस ने 31 मार्च से 7 अप्रैल के बीच सरकार के खिलाफ 'महंगाई मुक्त भारत अभियान' चलाने का ऐलान किया है।