
कनाडा: खालिस्तानियों ने दी भारतीय राजनयिकों को धमकी, भारत सरकार ने कार्रवाई करने को कहा
क्या है खबर?
भारत सरकार ने कनाडा को खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। दरअसल, कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने भारत राजनयिकों को धमकी देते हुए पोस्टर जारी किए हैं।
इन पोस्टरों में खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा में वांछित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में राजनयिकों को दोषी ठहराते हुए 8 जुलाई को रैली निकालने का ऐलान किया है।
इसे लेकर भारत ने ट्रूडो सरकार को चेताया है।
हत्या
क्या है निज्जर की हत्या का मामला?
19 जून को खालिस्तानी टाइगर फोर्स (KTF) प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की वैंकूवर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
निज्जर को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने वांछित आतंकवादी घोषित किया और वह भारत विरोधी कई गतिविधियों और हिंसक घटनाओं में शामिल था। उसके आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) से भी संबंध थे।
अब निज्जर की हत्या के लिए खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय राजनयिकों को दोषी करार देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किये हैं।
धमकी
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे धमकी वाले पोस्टर
भारतीय राजनयिकों को धमकी देने वाले पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। एक पोस्टर में खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर को 'शहीद' बताया गया है, जबकि भारतीय राजनयिकों को उसका 'हत्यारा' करार दिया गया है।
पोस्टर में भारतीय उच्चायुक्त सौरव कुमार शर्मा और काउंसलर अपूर्वा श्रीवास्तव का नाम है, जिन्हें खालिस्तानियों ने धमकी दी है।
एक अन्य पोस्टर में वैंकूवर में होने वाली रैली में भारतीय दूतावास में तैनात राजनयिक मनीष को धमकी दी गईे है।
जानकारी
SFJ ने 8 देशों में रैली का किया है ऐलान
यह पोस्टर प्रतिबंधित आतंकी संगठन SFJ की ओर से जारी किये गए हैं। इन पोस्टर में एक ही दिन (8 जुलाई) कनाडा सहित 8 देशों में भारत के खिलाफ रैलियों आयोजित करने की घोषणा की गई है।
पोस्टर
पोस्टर पर लिखे हैं धमकी देने वालों के नबंर
खास बात ये है कि इन धमकी भरे पोस्टरों पर रैली के आयोजकों ने अपने फोन नबंर भी लिखे हैं। इस लेकर भारतीय उच्चायोग ने जस्टिन ट्रूडो की सरकार से खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
भारत सरकार का तर्क है कि धमकी भरे पोस्टरों पर लिखे नंबरों से खालिस्तान समर्थकों की पहचान ज्ञात है और इस बार कनाडा सरकार के पास कार्रवाई न करने का कोई बहाना नहीं है।
बयान
विदेश मंत्री ने कहा- कार्रवाई नहीं हुई तो संबंधों पर पड़ेगा असर
मामले में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "हमने कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे अपने सहयोगी देशों से खालिस्तानियों को जगह न देने का अनुरोध किया है।"
उन्होंने कहा, "अगर फिर भी इन खालिस्तानियों को किसी देश ने पनाह दी तो इसका सीधा संबंधों पर असर पड़ेगा। वह मामले को कनाडा सरकार के सामने जरूर उठाएंगे।"
रिपोर्ट
कनाडा की पुलिस ने भारतीय राजनयिकों को दी सुरक्षा
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने पहले ही टोरंटो और वैंकूवर में भारतीय दूतावासों से संपर्क कर चुकी है।
पुलिस ने भारतीय दूतावासों पर खालिस्तानियों के प्रदर्शन के ऐलान को देखते हुए उच्चायुक्त और काउंसिल जनरल सहित अन्य भारतीय राजनयिकों को व्यक्तिगत सुरक्षा देने का फैसला किया है।
कहा जाता है कि टूड्रो सरकार खालिस्तान सर्मथकों के खिलाफ कार्रवाई से हिचकिचाती है क्योंकि यहां अलगाववादी सिख वर्तमान सरकार के लिए एक बड़ा वोट बैंक हैं।