#NewsBytesExplainer: क्या है इजरायल की आयरन डोम प्रणाली, जिसे माना जाता है सबसे मजबूत सुरक्षा कवच?
इजरायल और फिलिस्तीनी चरमपंथी संगठन हमास के बीच युद्ध जारी है। 7 अक्टूबर को हमास ने अचानक इजरायल पर एक के बाद एक 5,000 रॉकेट दागे थे। हमास के हमले के बाद अब इजरायली सेना जवाबी कार्रवाई में जुटी है। साथ ही उसकी रॉकेट और मिसाइल हमलों को रोकने वाली मजबूत रक्षा प्रणाली भी सक्रिय हो गई है, जिसे 'आयरन डोम प्रणाली' कहते हैं। आइए जानते हैं कि आखिर ये आयरन डोम प्रणाली क्या है और कैसे काम करती है।
क्या है इजरायल की आयरन डोम प्रणाली?
आयरन डोम प्रणाली जमीन से हवा में मार करने वाली वायु रक्षा प्रणाली है। इसे कम दूरी पर रॉकेट, मोर्टार और मानव रहित हवाई विमानों (UAV) के हमलों का मुकाबला करने के लिए विकसित किया गया है। आयरन डोम की प्रत्येक बैटरी में एक रडार डिटेक्शन और ट्रैकिंग सिस्टम, एक फायरिंग कंट्रोल सिस्टम और 20 इंटरसेप्टर मिसाइलों के लिए 3 लॉन्चर होते हैं। इसकी प्रत्येक बैटरी की मारक क्षमता 4 से 70 किलोमीटर के बीच है।
कब से इजरायल के पास है आयरन डोम प्रणाली?
आयरन डोम प्रणाली 2011 से इजराइल की रक्षा कर रही है। 2006 के लेबनान संघर्ष के दौरान हिजबुल्लाह ने इजरायल पर हजारों रॉकेट दागे और इस हमले में कई लोग मारे गए थे। हमले के एक साल बाद इजराइल ने घोषणा की थी कि वह मिसाइल या रॉकेट हमलों को रोकने और अपने लोगों की सुरक्षा के लिए एक नई वायु रक्षा प्रणाली को विकसित करेगा। इस सुरक्षा प्रणाली को इजराइल की सरकारी रक्षा कंपनी रफाल ने तैयार किया है।
कैसे काम करती है आयरन डोम प्रणाली?
आयरन डोम में 3 मुख्य प्रणालियां किसी भी हमले से निपटने में सक्षम है। जब किसी रॉकेट को इजराइल की ओर दागा जाता है तो ट्रैकिंग रडार इसका पता लगा लेता है। इसके बाद रडार ये पूरी जानकारी हथियार नियंत्रण प्रणाली को जानकारी भेजता है, जिसके बाद रॉकेट का आंकलन करके तामीर इंटरसेप्टर मिसाइल फायर होती है और दुश्मन रॉकेट को हवा में ही मार गिराया जाता है। ये प्रणाली दिन-रात और सभी मौसम में कार्य करने में सक्षम है।
कितनी हो सकती है आयरन डोम प्रणाली की लागत?
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रणाली की लागत 410 अरब रुपये से अधिक हो सकती है क्योंकि एक इंटरसेप्टर तामीर मिसाइल की लागत ही लगभग 66 लाख रुपये है। उनका कहना है कि एक रॉकेट की कीमत कुछ हजार रुपये हो सकती है और इसे नष्ट करने के लिए दो तामीर मिसाइलें दागी जाती है, जिससे लागत कई अधिक हो जाती है। उन्होंने कहा कि अगर ये प्रणाली प्रभावी है तो इतना नुकसान उठाया जा सकता है।
कितनी प्रभावी है इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली?
इस प्रणाली को विकसित करने वाली इजरायल की डिफेंस कंपनी रफाल का दावा है कि इसकी मदद से 90 प्रतिशत रॉकेट और मिसाइल हमलों को रोका गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयरन डोम प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए इजयराल समय-समय पर नए बदलाव करता रहता है। इससे पहले मई, 2021 में फिलिस्तान और इजरायल के बीच संघर्ष करीब दो हफ्ते चला था। इस दौरान फिलिस्तीन की ओर से इजरायल पर 4,500 से अधिक रॉकेट दागे गए थे।
न्यूजबाइट्स प्लस
आयरन डोम प्रणाली को दुनिया की सबसे मजबूत वायु रक्षा प्रणाली में गिना जाता है। 2016 में इस प्रणाली को और अधिक विकसित करने के लिए अमेरिका ने इजरायल को अरबों रुपये देने का वादा किया था। 2019 में अमेरिकी सेना ने अपनी मिसाइल रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 2 आयरन डोम बैटरी खरीदने के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। इजराइल के पास एरो और डेविड स्लिंग जैसी अन्य मिसाइल रक्षा प्रणालियां भी हैं।