चीन ने LAC पर बढ़ाई सैनिकों की तैनाती, रोड, एयरपोर्ट और हेलीपैड भी बनाए- पेंटागन रिपोर्ट
सीमा पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन ने अपने सैन्य उपस्थिति और आधारभूत ढांचा निर्माण बढ़ा दिया है। ये दावा अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की एक रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन LAC से सटे इलाकों में भूमिगत भंडारण सुविधाएं, नई सड़कें, दोहरे उद्देश्य वाला हवाई अड्डे और कई हेलीपैड बनाए हैं। ये काम चीन की वेस्टर्न थिएयर कमांड कर रही है।
चीन ने LAC पर क्या-क्या निर्माण किया?
'मिलिट्री एंड सिक्योरिटी डेवलपमेंट्स इनवॉल्विंग द पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना' रिपोर्ट 2023 के मुताबिक, चीन की वेस्टर्न थिएटर कमांड ने गलवान घाटी झड़प के जवाब में LAC पर बड़े पैमाने पर लामबंदी और तैनाती की है। चीन ने डोकलाम के पास भूमिगत भंडारण सुविधाएं, LAC के सभी 3 क्षेत्रों में नई सड़कें, भूटान के विवादित क्षेत्रों में नए गांव, पैंगोंग झील पर एक पुल, केंद्रीय क्षेत्र के पास एक दोहरे उद्देश्य वाला हवाई अड्डा और कई हेलीपैड बनाए हैं।
चीन ने सीमा पर सैनिकों की तैनाती भी बढ़ाई
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने 2022 में LAC के पश्चिमी क्षेत्र में 4 संयुक्त हथियार ब्रिगेड (CAB) के साथ झिंजियांग और तिब्बत सैन्य जिलों के 2 डिवीजनों द्वारा समर्थित एक सीमा रेजिमेंट को तैनात किया है। पूर्वी क्षेत्र में और LAC के केंद्रीय क्षेत्र में भी 3 CAB की तैनाती की गई है। हालांकि, इनमें से कुछ सैनिकों को वापस बुलाया गया, लेकिन बलों का ज्यादातर हिस्सा अभी भी LAC पर तैनात है।
भारत-चीन के बीच बातचीत में नहीं हुई कोई प्रगति
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर हुई बातचीत में 'न्यूनतम प्रगति' हुई है, क्योंकि दोनों पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं है। बता दें कि भारत-चीन के बीच कमांडर स्तर की कई दौर की बातचीत हो चुकी है। पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीन का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में किसी भी तीसरे पक्ष को रोकना या हराना है। इसके लिए वह लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है।
परमाणु हथियार भी बढ़ा रहा चीन
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के पास वर्तमान में 500 से अधिक परिचालन परमाणु हथियार हैं। यह संख्या पिछले अनुमानों से अधिक है। साल 2030 तक इनकी संख्या 1,000 से ज्यादा हो जाएगी। इसके साथ ही चीन लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल की संख्या भी बढ़ा रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का लक्ष्य 2049 तक वर्ल्ड क्लास मिलिट्री बनाना है। वर्तमान में चीनी नौसेना दुनिया में की सबसे बड़ी नौसेना है।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है। ये लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है। इस सीमा के कई हिस्सों को लेकर विवाद है और दोनों देशों के बीच युद्ध भी हो चुका है। 1962 के बाद से करीब 5 बार दोनों देशों की बीच सीमा को लेकर विवाद की स्थिति बनी है। 2020 में गलवान घाटी हिंसा में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे, जबकि चीन के 38 मारे गए थे।