पाकिस्तान में ब्रिटिश उच्चायुक्त की PoK यात्रा पर भारत ने जताई आपत्ति, बताया संप्रभुता का उल्लंघन
पाकिस्तान में ब्रिटेन की उच्चायुक्त जेन मैरियट के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की यात्रा पर विवाद बढ़ गया है। भारत सरकार ने मैरियट के इस दौरे पर अपना विरोध जताया है। विदेश मंत्रालय की ओर से ब्रिटिश उच्चायुक्त की इस यात्रा को आपत्तिजनक बताया गया है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मैरियट की यात्रा 'अत्यधिक आपत्तिजनक' और एक ऐसा कृत्य था जो 'भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन' था।
क्या बोला विदेश मंत्रालय?
विदेश मंत्रालय ने कहा, "केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग हैं और हमेशा रहेंगे। भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का इस तरह का उल्लंघन पूरी तरह से अस्वीकार्य है।" इस मामले पर विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय पक्ष ने मैरियट और ब्रिटेन विदेश कार्यालय के एक अधिकारी की PoK की यात्रा को गंभीरता से लिया है।
क्या है मामला?
पाकिस्तान में ब्रिटिश उच्चायुक्त मैरियट ने 10 जनवरी को PoK स्थित मीरपुर का दौरा किया था। उनके साथ ब्रिटिश विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी भी थी। इस दौरान मैरियट ने कारोबारियों, स्थानीय समुदाय के सदस्यों और सरकारी अधिकारियों के साथ कई बैठकें की थीं। बता दें कि मीरपुर में दोहरी ब्रिटिश और पाकिस्तानी नागरिकता रखने वाले लोगों की खासी आबादी है। ये लोग यहां व्यवसाय और राजनीति में खासे सक्रिय हैं।
मैरियट ने साझा की थी यात्रा की तस्वीरें
मैरियट ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर इस दौरे की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा था, 'मीरपुर से सलाम, ब्रिटेन और पाकिस्तान के लोगों के बीच संबंधों का दिल! 70 फीसदी ब्रिटिश पाकिस्तानी मूल रूप से मीरपुर से हैं, जिससे हम सभी का साथ मिलकर काम करना प्रवासी हितों के लिए अहम है। अपने आतिथ्य सत्कार के लिए आभार!।' इस्लामाबाद स्थित ब्रिटिश उच्चायोग ने भी दौरे का एक वीडियो साझा किया था।
उच्चायुक्तों के PoK दौरे पर पहले भी हुए हैं विवाद
यह पहली बार नहीं है, जब किसी उच्चायुक्त के PoK दौरे पर भारत ने आपत्ति जताई है। अक्टूबर, 2023 में पाकिस्तान में अमेरिकी दूत डेविड ब्लोम ने कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान का दौरा किया था। तब भी केंद्र सरकार ने इस पर आपत्ति जताई थी। अप्रैल, 2022 में अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य इल्हान उमर की PoK यात्रा को भी भारत ने निंदनीय बताते हुए कहा था कि ये देश की संप्रभुता का उल्लंघन है।