UK: भारतीय मूल के डॉक्टर ने बच्चों की हत्यारी नर्स को पकड़वाने में की मदद
यूनाइटेड किंगडम (UK) की एक कोर्ट ने एक नर्स को 7 नवजात बच्चों की हत्या करने और 6 अन्य बच्चों की हत्या की कोशिश करने के लिए दोषी करार दिया है। UK में जन्मे भारतीय मूल के डॉक्टर रवि जयराम ने दोषी नर्स को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई है। बता दें कि डॉक्टर रवि जयराम उन शुरुआती लोगों में से थे, जिन्होंने नर्स पर शक जाहिर किया और अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की थी।
क्या है पूरा मामला?
जांच अधिकारियों ने बताया कि नर्स लुसी लेटबी ने 2015 से 2016 के बीच 13 नवजात बच्चों को मारने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए थे, जिनमें से 7 बच्चों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि लूसी ने बच्चों को मारने के लिए उन्हें इंसुलिन के इंजेक्शन देने, पेट की नलियों में हवा भरने और दूध की अधिक मात्रा देने जैसे कई तरीके अपनाए थे। उन्होंने आगे कहा कि नर्स यह दिखाना चाहती थी कि बच्चों की मौतें प्राकृतिक हैं।
डॉक्टर ने नर्स पर सबसे पहले जताया था संदेह
ब्रिटेन के चेस्टर में स्थित काउंटेस ऑफ चेस्टर अस्पताल के डॉक्टर जयराम ने कहा कि अगर पूर्व नर्स लुसी लेटबी पर उनके द्वारा जताए गए संदेह पर पहले ध्यान दिया गया होता तो कई बच्चों की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने फैसले के बाद आईटीवी न्यूज को एक टेलीविजन साक्षात्कार में बताया, "मैं वास्तव में मानता हूं कि मृतकों में से चार या पांच बच्चे ऐसे हैं जो आज स्कूल जा रहे होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।"
जून, 2015 में सामने आया था पहला मामला
डॉक्टर जयराम ने कहा कि जून, 2015 में तीन बच्चों की मौत होने के डॉक्टरों ने पहली बार चिंता व्यक्त करना शुरू किया था। उन्होंने कहा कि जैसे ही और अधिक बच्चों की मौत हुई तो उनके जैसे वरिष्ठ चिकित्सकों ने नर्स के बारे में अपने शक को साझा करने के लिए अस्पताल के अधिकारियों के साथ कई बैठकें की थीं। इसके बाद अप्रैल, 2017 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा ट्रस्ट ने डॉक्टरों को पुलिस से मिलने की अनुमति दी थी।
नर्स के घर से बरामद हुए थे कई नोट
पुलिस ने डॉक्टरों की बात सुनने के बाद जांच शुरू की थी, जिसके बाद जुलाई, 2018 में लूसी को गिरफ्तार कर लिया गया और नवंबर, 2020 में उस पर आरोप तय किए गए। जांच के दौरान लूसी के घर से कुछ नोट मिले थे, जिसमें कुछ पर लिखा हुआ था कि 'मैं बुरी हूं, मैंने यह किया है' और 'आज तुम्हारा जन्मदिन था और तुम यहां नहीं हो।' लूसी के खिलाफ ये नोट भी जांच में अहम साबित हुए।