सीमा विवाद: तनाव वाली जगहों से सैनिक हटाने के चीनी दावे का भारत ने किया खंडन
भारत ने चीन के उन दावों का खंडन किया है, जिसमें उसने विवादित क्षेत्रों से सैनिकों को हटाने की बात कही है। सूत्रों के मुताबिक, बातचीत के बावजूद गोगरा और पेंगोंग झील इलाके में स्थिति में खास परिवर्तन नहीं आया है। चीन पेंगोंग झील इलाके की स्थिति को लेकर चुप है। उसका दावा है कि उसने गलवान घाटी, हॉट स्प्रिंग और गोगरा इलाके से सैनिकों को पीछे हटाने का काम पूरा कर लिया है।
चीन का क्या दावा था?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेंग वेनबिन ने मंगलवार को बीजिंग में भारत-चीन के बीच सीमा विवाद पर बोलते हुए कहा, "जमीन पर माहौल लगातार ठंडा हो रहा है और तनाव में कमी आ रही है। सीमा पर अग्रिम मोर्चे पर तैनात दोनों देशों के सैनिक पहले ही ज्यादातर जगहों पर पूरी तरह से पीछे हट चुके हैं।" वेंग ने कहा कि दोनों देशों सैन्य कमांडरों के बीच पांचवें दौर की बातचीत की तैयारी कर रहे हैं।
इन जगहों पर था तनाव
मई के पहले हफ्ते में आक्रामक रुख अपनाते हुए चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में LAC पर चार जगहों पर आगे आ गए थे। इनमें पेंगोंग झील के पास स्थित फिंगर्स एरिया, गलवान घाटी (PP14), हॉट स्प्रिंग (PP15) और गोगरा (PP17A) शामिल थे। फिंगर्स एरिया और गलवान में तो चीनी सैनिक भारतीय इलाके में दाखिल हो गए थे। गलवान घाटी में ही 15 जून को दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।
पेंगोंग झील इलाके से पीछे नहीं हटे चीनी सैनिक
इंडिया टूडे ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि गोगरा और पेगोंग झील इलाके में अभी भी दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने डटे हुए हैं। पेंगोंग झील और हॉट स्प्रिंग-गोगरा इलाका पेट्रोल प्वाइंट 17A का हिस्सा है और यहां स्थिति नाजुक बनी हुई है। पेगोंग झील में चीनी सैनिक फिंगर 4 से पीछे हटकर फिंगर 5 इलाके में रिजलाइन पर डट गए हैं। वहीं भारतीय सैनिक फिंगर 2 और 3 के बीच झील के किनारे पर डटे हुए हैं।
इलाके में दो सप्ताह से नहीं आया स्थिति में परिवर्तन
सूत्रों के मुताबिक, ऐसे कोई संकेत नहीं मिल रहे कि चीनी सैनिक फिंगर 4 से 8 के इलाके में बनाए गए निर्माण कार्यों को ध्वस्त कर रहे हैं। झील के किनारों पर मौजूद दोनों देशों के सैनिकों के बीच 4-5 किलोमीटर का अंतर है, लेकिन पहाड़ और रिजलाइन पर तैनात सैनिक एक-दूसरे से एक किलोमीटर से भी कम दूरी पर हैं। यहां 14 जुलाई को कमांडर स्तर की बातचीत के बाद से स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।
विवादित इलाके में उपस्थिति मजबूत कर रहा चीन
इससे पता चलता है कि पेंगोंग झील से दावे के विपरित चीन ने अपनी सेना को पीछे नहीं हटाया है। यहां चीनी सैनिक फिंगर 8 के इलाके से 8 किलोमीटर अंदर भारत के नियंत्रण वाले इलाके फिंगर चार तक आ गए थे। भारत का कहना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) फिंगर 8 के पास से गुजरती है, लेकिन चीन इसका सम्मान नहीं कर रहा। उसने फिंगर 5-8 के इलाके में अपनी उपस्थिति को पहले से मजबूत किया है।
भारत भी पूरे कर रहा इंतजाम
दूसरी तरफ ऐसी भी खबरें है कि चीन ने अक्साई चिन इलाके में लगभग 50,000 सैनिक तैनात कर लिए हैं। वहीं भारत ने भी सैनिकों की सर्दियों में तैनाती की तैयारियां शुरू कर दी है। चीन की तरफ से तैयारियों को देखते हुए भारत ने बड़ी संख्या में सैनिकों को लद्दाख में तैनात कर दिया है। साथ ही उनके लिए वहां कड़ाके की ठंड में जुटे रहने के इंतजामों को भी पूरा किया जा रहा है।