भारत में एक करोड़ के पार पहुंची कोरोना टेस्ट की संख्या, चीन शीर्ष पर काबिज
पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाली कोरोना महामारी की अभी तक कोई आधिकारिक दवा नहीं बनी है। ऐसे में विशेषज्ञ इससे बचने के लिए अधिक से अधिक जांच करने की सलाह दे रहे हैं। इस कड़ी में आगे बढ़ते हुए भारत ने एक करोड़ कोरोना टेस्ट के आंकड़े को पार कर लिया है। हालांकि, इस मामले में वह अभी दुनिया में पांचवें पायदान पर है। इस मामले में कोरोना वायरस का जनक देश चीन पहले स्थान पर बना हुआ है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 24,248 नए मामले सामने आए और 425 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए दूसरे सबसे अधिक मामले हैं। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 6,97,413 हो गई है और वह रूस को पीछे छोड़ तीसरा सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया है। देश में 19,693 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत हुई है, वहीं 2,53,287 सक्रिय मामले हैं।
गत दो सप्ताह से प्रतिदिन की जा रही है औसतन 2.15 लाख जांच
NDTV के अनुसार भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में 1,80,596 टेस्ट किये गए। ऐसे में देश में टेस्ट की कुल संख्या लगभग एक करोड़ चार हजार पहुंच गई है। देश में पिछले दो सप्ताह से प्रतिदिन औसतन 2.15 लाख जांच की जा रही है। इसके अलावा पिछले पांच दिनों में ही 10 लाख से अधिक जांच की जा चुकी है। देश में प्रतिदिन जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है।
देश में 1,105 लैब्स में किए जा की जा रही है जांच
ICMR के अधिकारी ने बताया कि देश में वर्तमान में 1,105 लैब्स में जांच की जा रही है। इनमें 788 सरकारी और 317 निजी हैं। इनमें 592 लैब्स पर RT-PCR, 421 पर ट्रूनैट और 92 पर CBNAAT पद्धति से जांच की जा रही है।
देश के पांच राज्यों ने बढ़ाई जांच की रफ्तार
ICMR के अधिकारी ने बताया कि देश के तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक राज्यों ने अपनी जांच क्षमता में अपेक्षित बढ़ोत्तरी की है। इसके कारण देश में प्रतिदिन जांच का औसत बढ़ गया है। तमिलनाडु में अब तक 10,77,454, महाराष्ट्र में 9,00,4023, राजस्थान 7,81,910, आंध्र प्रदेश 8,16,082 और कर्नाटक 5,66,018 जांच की गई है। इसी तरह मिजोरम में सबसे कम 12,846, मेघायल 17,789, अरुणाचल प्रदेश 20,475, मणिपुर 48,220, उत्तराखंड में 57,709 जांच की गई है।
सभी राज्यों को दिए अधिक से अधिक जांच करने के निर्देश
ICMR के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कोरोना महामारी से बचने का एकमात्र उपाय अधिक जांच और निगरानी है। ऐसे में सभी राज्यों को जांच संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया है। कोरोना के लक्षण वाले सभी व्यक्तियों की जांच किया जाना आवश्यक है। ऐसे में सभी जगहों पर लैब्स की संख्या बढ़ाने का प्रयास भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 1,105 लैब्स के साथ देश में प्रतिदिन तीन लाख जांच की जा सकती है।
रैपिड एंटीजन टेस्ट की भी सिफारिश
ICMR के अधिकारी ने बताया कि सभी लैब्स और अस्पतालों को रैपिड एंटीजन किट के जरिए जांच करने के लिए कहा गया है। इससे संक्रमित रोगियों का तेजी से पता चल सकेगा। राज्यों से नई लैब्स के लिए भी प्रस्ताव मांगे गए हैं।
चीन में हुई सबसे अधिक जांच
दुनिया में सबसे ज्यादा जांच चीन में 9.4 करोड़ लोगों की हुई है। इनमें 83,557 लोगों के संक्रमण की पुष्टि हुई है। अमेरिका में 3.76 करोड़ जांचों पर 1.15 करोड़ लोग, रूस में 2.10 करोड़ जांच पर 6.81 लाख लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसी तरह ब्रिटेन में 1.05 करोड़ कुल जांचों पर 2.85 लाख तथा भारत में एक करोड़ जांच पर 6.98 लाख लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह भारत के लिए चिंता की बात है।
प्रत्येक 10 लाख लोगों पर भारत में हुई सबसे कम जांच
दुनिया में प्रत्येक 10 लाख लोगों पर कोरोना जांच की बात की जाए तो इस मामले में ब्रिटेन सबसे आगे हैं। यहां 1,54,745, रूस में 1,44,3,75, अमेरिका में 1,13,588, चीन में 62,814 लोगों की जांच की गई है। इसके उलट भारत में प्रत्येक दस लाख लोगों पर महज 7,224 लोगों की ही जांच की गई है। यह भारत की आबादी के अनुसार बहुत कम है। यदि इसे बढ़ाया जाए तो देश में संक्रमितों की संख्या और अधिक हो सकती है।
दुनिया में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
वर्तमान में पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1.15 करोड़ के पार पहुंच गई है। इनमें से 5.37 लाख की मौत हो गई, जबकि 65.53 लाख लोग उपचार से ठीक हो गए। 29.83 लाख संक्रमितों के साथ अमेरिका सबसे प्रभारित देश बना हुआ है।