सीमा पर तनाव का असर, टेलीकॉम और रेलवे के प्रोजेक्ट से बाहर होंगी चीनी कंपनियां
क्या है खबर?
लद्दाख में हुई सीमा पर हुई हिंसक झड़प के बाद देश में चीन विरोधी लहर एक बार फिर मजबूत हो गई है।
कुछ लोग चीनी सामान के इस्तेमाल पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं। अब सरकार ने भी ऐसा ही एक कदम उठाया है।
केंद्र सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को कहा है कि वह अपग्रेडेशन के लिए चीन में निर्मित सामान का इस्तेमाल न करे। रेलवे ने भी ऐसा ही एक फैसला लिया है।
फैसला
निजी कंपनियों से भी चीन पर निर्भरता कम करने को कहा जाएगा
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से लिखा है, "दूरसंचार विभाग ने BSNL को 4G अपग्रेडेशन के लिए चीन में बने उपकरण इस्तेमाल न करने को कहा है। अब इस पूरे टेंडर पर दोबारा से काम किया जाएगा।"
इसके अलावा विभाग निजी मोबाइल कंपनियों से चीन में निर्मित उपकरणों पर अपनी निर्भरता कम करने को कहने पर विचार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में चीनी उपकरणों से बने नेटवर्क की सुरक्षा जांच का विषय है।
असर
फैसले से 5G रोलआउट में हो सकती है देरी
मौजूदा समय में भारती एयरटेल और वोडाफोन आईडिया अपने नेटवर्क के लिए चीन कंपनी हुवाई के साथ और BSNL ZTE के साथ काम कर रही है।
वहीं जियो अपने नेटवर्क के लिए दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग के उपकरण इस्तेमाल करती है।
इस फैसले का असर भारत में 5G रोलआउट पर भी पड़ सकता है। इसके लिए बोली पहले ही स्थगित हो गई है।
अब चीनी कंपनियों को भी इससे बाहर रखा जा सकता है।
फैसला
रेलवे के बड़े प्रोजेक्ट से बाहर होगी चीनी कंपनी
इसी तरह रेलवे भी अपने एक बड़े प्रोजेक्ट से चीनी कंपनी को बाहर करने पर विचार कर रहा है।
दरअसल, रेलवे ने 2016 में ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेड कॉरिडोर पर लगभग 400 किमी तक सिग्नल सिस्टम के लिए चीनी कंपनी चाइना रेलवे सिग्नल एंड कम्युनिकेशन (CRSC) कॉर्प को टेंडर दिया था।
लगभग 500 करोड़ रुपये के इस टेंडर में कंपनी को सिग्नल सिस्टम के डिजाइन, सप्लाई, निर्माण और टेस्टिंग आदि का काम सौंपा गया था।
जानकारी
मौजूदा तनाव से इसका संबंध नहीं- अधिकारी
बताया जा रहा है कि अब रेलवे काम से असंतुष्टि और दूसरे मुद्दों के आधार पर चीनी कंपनी को बाहर का रास्ता दिखा सकता है। हालांकि, अधिकारियों ने इसका मौजूदा तनाव से कोई संबंध नहीं बताया है।
सीमा विवाद
लद्दाख में हुई झड़प बनी तनाव का कारण
लद्दाख की गलवान वैली में एक महीेने से भी ज्यादा समय से भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाच चल रहा है।
सोमवार रात को यह विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। इसमें भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए।
इस घटना के बाद चीनी सीमा पर सेना को अलर्ट कर दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।