गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेना हटाने को तैयार भारत-चीन, देपसांग पर अभी सहमति नहीं- रिपोर्ट
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए बातचीत का सिलसिला जारी है। शनिवार को दोनों देशों के बीच हुई 10वे दौर की बातचीत में देपसांग, हॉट स्प्रिंग, गोगरा और डेमचोक की स्थिति पर विस्तार से बात हुई। बताया जा रहा है कि बैठक में दोनों पक्षों ने गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेनाओं को पीछे हटाने का प्रस्ताव दिया है। अब इस प्रस्ताव पर दिल्ली और बीजिंग में उच्च स्तरीय चर्चा की जाएगी।
देपसांग और डेमचोक पर नहीं बनी सहमति- रिपोर्ट
शनिवार को मोल्डो में हुई बैठक लगभग 16 घंटे चली थी। इसमें भारत की तरफ से 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन और चीन की तरफ से दक्षिण शिंजियांग मिलिट्री चीफ मेजर जनरल लियु लिन ने हिस्सा लिया था। न्यूज18 ने अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि दोनों देश गोगरा और हॉट स्प्रिंग से सेना हटाने के तैयार हैं, लेकिन देपसांग और डेमचोक को लेकर अभी तक दोनों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई है।
पहली बार देपसांग पर बातचीत को तैयार हुआ चीन- रिपोर्ट
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि दोनों तरफ से सेना को पीछे हटाने की प्रक्रिया पर बात की गई है। अब इस प्रस्ताव को उच्च स्तर पर विचार के लिए भेजा गया है। इस बीच आगे की बातचीत जारी रहेगी। यह पहली बार है जब चीन देपसांग पर बातचीत को तैयार हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, 2013 से चीन ने भारतीय सुरक्षाबलों को पेट्रोलिंग प्वाइंट 10, 11, 11A, 12 और 13 पर पेट्रोलिंग से रोका हुआ है।
बातचीत में सबसे विवादित मुद्दा रहा देपसांग
मोल्डो में शनिवार को चीन चार जगहों पर चर्चा हुई, उनमें देपसांग सबसे विवादित बना रहा। देपसांग में चीन का दावा है कि सीमा Y जंक्शन के पास बारबद मोर्चा से गुजरती है, जिस पर भारत को आपत्ति है। इस आपत्ति की वजह लगभग 10,000 स्क्वेयर किलोमीटर की जमीन है। देपसांग इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि यहां से दौलत बेग ओल्डी हवाई पट्टी और काराकोरम रेंज तक पहुंच पर नियंत्रण मिलता है।
पैंगोंग झील से सैनिक हटाने की प्रक्रिया पूरी
इससे पहले खबरें आई थीं कि शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख स्थित पैंगोंग झील के दोनों किनारों पर सेनाएं पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। भारत और चीन दोनों ने तय समझौते के तहत अपनी सेनाओं और टैंकों को पीछे हटा लिया है। इस समझौते के तहत चीन ने उत्तरी किनारे से अपने सैनिकों को फिंगर आठ तक और भारत ने अपने सैनिकों को फिंगर तीन पर स्थित अपनी धन सिंह थापा पोस्ट तक पीछे हटा लिया है।
पिछले साल अप्रैल से बना हुआ था पैंगोंग झील पर तनाव
गौरतलब है कि पैंगोंग झील पर पिछले साल अप्रैल से तनाव बना हुआ था। तब चीनी सैनिकों ने उत्तरी किनारे के फिंगर्स एरिया में घुसपैठ कर दी और फिंगर आठ से फिंगर चार तक के इलाके पर कब्जा कर लिया था। जब कई दौर की बातचीत के बाद भी चीन ने यहां से अपने सैनिक पीछे नहीं हटाए तो भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिणी किनारे पर स्थित कई चोटियों पर कब्जा कर लिया था।