पैंगोंग झील पर पूरी हुई सेनाएं पीछे हटाने की प्रक्रिया, कल अगले दौर की बैठक- रिपोर्ट
पूर्वी लद्दाख स्थित पैंगोंग झील के दोनों किनारों पर सेनाएं पीछे हटाने की प्रक्रिया पूरी हो गई है और भारत और चीन दोनों ने तय समझौते के तहत अपनी सेनाओं और टैंकों को पीछे हटा लिया है। NDTV को यह जानकारी देते हुए सूत्रों ने बताया कि दोनों देशों के बीच कल चुशूल सब-सेक्टर के पास मोल्डो में 10वें दौर की सैन्य बातचीत होगी। इस बातचीत में देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में सेनाएं पीछे हटाने पर चर्चा की जाएगी।
पिछले साल अप्रैल से बना हुआ था पैंगोंग झील पर तनाव
गौरतलब है कि पैंगोंग झील पर पिछले साल अप्रैल से तनाव बना हुआ था। तब चीनी सैनिकों ने उत्तरी किनारे के फिंगर्स एरिया में घुसपैठ कर दी और फिंगर आठ से फिंगर चार तक के इलाके पर कब्जा कर लिया था। जब कई दौर की बातचीत के बाद भी चीन ने यहां से अपने सैनिक पीछे नहीं हटाए तो भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए दक्षिणी किनारे पर स्थित कई चोटियों पर कब्जा कर लिया था।
भीषण सर्दी में भी तैनात रहीं सेनाएं
इसके बाद से ही उत्तरी किनारे पर चीन और दक्षिणी किनारे पर भारत का दबदबा बना हुआ था और भीषण सर्दी के बीच भी यहां दोनों सेनाओं की तैनाती बरकरार रही। इस तैनाती के दौरान यहां भारत को सियाचिन के अपने लंबे अनुभव का फायदा हुआ, वहीं चीन ने पहली बार इतनी सर्दी में अपने सैनिकों की तैनाती की थी और उसे नुकसान झेलना पड़ा। इस बीच कई दौर की बातचीत भी हुई, लेकिन इनमें कोई समाधान नहीं निकला।
पिछले हफ्ते दोनों देशों में बनी सैनिक पीछे हटाने पर सहमति
इस महीने आखिरकार यह गतिरोध खत्म हो गया और पिछले हफ्ते दोनों देशों के बीच झील के दोनों किनारों, उत्तरी और दक्षिणी, पर सैनिक पीछे हटाने का समझौता हुआ। इस समझौते के तहत उत्तरी किनारे पर चीन को अपने सैनिकों को फिंगर आठ तक और भारत को अपने सैनिकों को फिंगर तीन पर स्थित अपनी धन सिंह थापा पोस्ट तक पीछे हटाना था। दक्षिणी किनारे पर भी इसी तरह से सैनिकों को पीछे हटाया जाना था।
चीन की तेजी के कारण तय समय से पहले पूरी हुई प्रक्रिया
इस समझौते के बाद चीन ने अपने टैंकों और सैनिकों को पीछे हटाने में तेजी दिखाई और इसके कारण तय समय से पहले ही यह प्रक्रिया पूरी हो गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों पक्षों ने ड्रोन्स और सैटेलाइट्स की मदद से पूरी प्रक्रिया की समीक्षा भी कर ली है और अब बाकी जगहों पर सेनाएं पीछे हटाने को लेकर बातचीत की जाएगी। इस संबंध में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीन की तरफ स्थित मोल्डो में कल बैठक होगी।
LAC पर अन्य जगहों पर क्या स्थिति?
पैंगोंग झील से सैनिकों के पीछे हटने के बाद अब लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तीन जगहें ऐसी रह गई हैं जहां भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने हैं। ये जगहें देपसांग, हॉट स्प्रिंग और गोगरा हैं। इनमें से देपसांग में चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र के कई किलोमीटर अंदर घुस आए हैं। रणनीतिक तौर पर महत्वपू्र्ण दौलत बेग ओल्डी (DOB) से नजदीकी के कारण यहां से चीनी सैनिकों को पीछे हटाना भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।