
कोरोना: देश में फिर बढ़ा संक्रमण, पिछले सात दिनों में सामने आए 87,000 मामले
क्या है खबर?
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में फिर से इजाफा होने लगा है।
वैक्सीनेशन अभियान के शुरू होने के बाद मामलों में कमी आई थी, लेकिन पिछले एक सप्ताह से मामलों में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है।
हालात यह है कि पिछले सात दिन में ही 86,711 नए मामले सामने आ गए हैं। इसी तरह 660 लोगों की मौत हो गई।
ऐसे में तेजी से बढ़ते मामलों ने सरकार और चिकित्सा विशेषज्ञों की चिंता को बढ़ा दिया है।
पृष्ठभूमि
वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद आई थी मामलों में कमी
बता दें, भारत में 16 जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के साथ मेगा वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया था।
इसके बाद 29 जनवरी को 18,555 नए मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन उसके बाद से मामलों में कमी आने लगी थी।
प्रतिदिन के मामले में 10,000 पर आ गए थे, लेकिन पिछले सात दिनों में फिर से मामलों में इजाफा होने लगा है। शनिवार को सबसे अधिक 14,264 मामले सामने आए हैं।
इजाफा
इस तरह से हुआ नए मामलों में इजाफा
भारत में 14 फरवरी को 11,649 नए मामले सामने आए थे। उसके बाद 15 फरवरी को 9,121 मामले, 16 फरवरी को 11,610, 17 फरवरी को 12,881, 18 फरवरी को 13,191, 19 फरवरी को 13,993 और 20 फरवरी को 14,264 मामले सामने आए।
ऐसे में तेजी से बढ़ते मामलों के कारण कई राज्यों को फिर से लॉकडाउन जैसी सख्ती लागू करने को मजबूर होना पड़ा है। इसके अलावा सरकारों ने पाबंदियां लगानी भी शुरू कर दी हैं।
जानकारी
सात दिन में हुई 660 लोगों की मौत
भारत में पिछले सात दिनों में 660 मौतें हुई हैं। इसमें 14 फरवरी को 90 मौत, 15 को 81, 16 को 100, 17 को 101, 18 को 97, 19 को 101 और 20 फरवरी को 90 लोगों की मौत हुई है।
कारण
सुरक्षा उपायों में ढिलाई के कारण बढ़े मामले
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार भारत में पिछले सात दिन में मामले बढ़ने के पीछे राज्यों में महामारी से बचाव के उपायों में ढिलाई बरतना प्रमुख कारण रहा है। लोगों ने मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना छोड़ दिया है।
इसी तरह कोरोना के तीन नए स्ट्रेन मिलना भी बड़ा कारण रहा है।
भारत में अब तक यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिला B.1.1.7, दक्षिण अफ्रीका का B.1.351 और ब्राजील का P.1 स्ट्रेन मिला है। यह भी एक बड़ा कारण है।
परेशानी
वैक्सीन की प्रभावकारिता पर असर डाल सकते हैं तीनों स्ट्रेन
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार भारत में मिले कोरोना की तीनों नए स्ट्रेन पहले के स्ट्रेन से बिल्कुल अलग है और यह तेजी से संक्रमण फैलाने में सक्षम है।
हालांकि, इनके ज्यादा खतरनाक होने को लेकर अध्ययन किया जा रहा है, लेकिन इनके कारण वैक्सीन की प्रभावकारिता पर भी असर पड़ सकता है।
विशेषज्ञों ने इनके प्रसार को रोकने के लिए तत्काल ऐहतियाती कदम उठाने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर देश में फिर से नए मामले बढ़ सकते हैं।
प्रभावित
तीन राज्यों में तेजी से बढ़ रहे हैं मामले
वर्तमान में देश के तीन राज्यों में संक्रमण के नए मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है।
यहां पिछले सात दिनों में 20 से 69 प्रतिशत तक मामलों में इजाफा हुआ है। सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां शनिवार को 6,112 नए मामले सामने आए हैं।
इसी तरह केरल और कर्नाटक की भी स्थिति खराब है। केरल में शनिवार को 4,650 और कर्नाटक में 490 नए मामले सामने आए हैं। यहां लगातार मामलों में इजाफा हो रहा है।
प्रयास
महाराष्ट्र सरकार ने दी दोबारा से लॉकडाउन की चेतावनी
महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों के बाद सरकार ने लोगों के नियमों का पालन नहीं करने पर दोबारा से लॉकडाउन लागू करने की चेतावनी दी है।
इतना ही नहीं, अमरावती में शनिवार रात 8 से सोमवार सुबह 7 बजे तक के लिए लॉकडाउन लागू भी कर दिया है। इसी तरह यवतमाल में भी पाबंदियां बढ़ाई गई है।
ऐसे ही मुंबई में भी संक्रमण से बचाव संबंधी नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
वर्तमान स्थिति
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 14,264 नए मामले सामने आए और 90 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,09,91,651 हो गई है। इनमें से 1,56,302 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 1,45,634 हो गई है। यह लगातार चौथा ऐसा दिन है जब सक्रिय मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है।