सोशल कॉमर्स के लिए टिक-टॉक का नया फीचर, ऐप से ही शॉपिंग कर सकेंगे यूजर्स

वीडियो के लिए मशहूर टिक-टॉक ऐप ने अपना रेवेन्यू बढ़ाने के लिए नया प्रयोग शुरू किया है। कंपनी अपने कुछ यूजर्स को बायो सेक्शन और वीडियो क्लिप में ई-कॉमर्स आदि वेबसाइट्स के लिंक लगाने का ऑप्शन दे रही है। इस लिंक पर क्लिक कर यूजर उस वेबसाइट पर जा सकते हैं। हालांकि, अभी तक यह फीचर्स कंपनी के टॉप यूजर्स के पास ही उपलब्ध है। इसके सहारे टिक-टॉक एडवरटाइजिंग के अलावा दूसरे तरीके से भी रेेवेन्यू कमा सकेगी।
कई ऐप्स पर मिल रहा है सोशल कॉमर्स का यह फीचर
इस बारे में जानकारी देते हुए टिक-टॉक ऐप के मालिकाना हक वाली कंपनी बाइटडांस के प्रवक्ता ने कहा, "हम हमारे यूजर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए प्रयोग करते रहते हैं।" हालांकि, कंपनी ने इस बारे में अभी तक जानकारी नहीं दी है यह फीचर देने वाले यूजर्स को किस आधार पर चुना गया है। टिक-टॉक के अलावा इंस्टाग्राम, पिंटरेस्ट और स्नैपचैट पर भी इस तरह का फीचर उपलब्ध है। इसे 'सोशल कॉमर्स' के नाम से जाना जाता है।
बायो और वीडियो में लग सकता है लिंक
टिक-टॉक के इस फीचर की जानकारी सबसे पहले फेबियन बेर्न ने दी थी। उनके इस वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह यूजर्स अपने बायो में थर्ड पार्टी वेबसाइट्स के लिंक लगा सकते हैं। यह वीडियो नीचे देखिये।
बायो में ऐसे दिखेगा थर्ड पार्टी का लिंक
BREAKING: TikTok launches 'link in bio' 'social commerce URLS' in videos @MattNavarra @TaylorLorenz @sarahintampa @TechCrunch @thenextweb @techinasia #tiktok pic.twitter.com/HczzHOHCNf
— Fabian Bern 法比安 (@iamfabianbern) November 14, 2019
चीन में लोकप्रिय हो रहा सोशल कॉमर्स
अगर टिक-टॉक इस फीचर को बड़े स्तर पर लॉन्च करती है तो इससे सोशल कॉमर्स का पूरा स्वरूप बदल जाएगा। टिक-टॉक के 100 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं। कई सोशल मीडिया कंपनियों ने ग्राहकों के लिए शॉपिंग फीचर उपलब्ध करवाया है। ऐसे में ग्राहक इन ऐप्स से सीधे शॉपिंग और दूसरी वेबसाइट्स पर जा सकते हैं। चीन जैसे देशों में यह तरीका बेहद लोकप्रिय हो रहा है और यह अमेजन जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों को टक्कर दे रहा है।
टिक-टॉक ने इन बड़ी कंपनियों से मिलाया था हाथ
कई जानकारों का कहना है कि टिक-टॉक ने इस फीचर की तैयारी पिछले साल ही शुरू कर दी थी। तब कंपनी ने एडवरटाईजिंग के लिए पेप्सी, मिंत्रा, शादी.कॉम जैसी बड़ी कंपनियों से हाथ मिलाया था।
भारत में विवादों में रही हैं टिक-टॉक ऐप
टिक-टॉक भारत में विवादों से घिरी रही है। ऐप के कंटेट को लेकर कई बार इसे बैन करने की मांग उठ चुकी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर इस बैन करने की मांग की थी। इससे पहले अप्रैल में मद्रास हाई कोर्ट ने टिक-टॉक पर बैन लगा दिया था। कोर्ट का कहना था कि इस पर अश्लील कंटेट परोसा जा रहा है। हालांकि, बाद में यह हटा लिया गया था।