हरियाणा: किसानों के विरोध को देखते हुए सात प्रभावित जिलों में तिरंगा नहीं फहराएंगे मंत्री
क्या है खबर?
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच हरियाणा की भाजपा-JJP सरकार के मंत्रियों को सार्वजनिक और पार्टी के कार्यक्रमों में विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
इसको देखते हुए सरकार ने किसान आंदोलन से प्रभावित सात जिलों में 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहरण के लिए मुख्य अतिथि के रूप में मंत्रियों को नहीं भेजने का निर्णय किया है। इन जिलों में वहां के उपायुक्त ध्वजारोहण करेंगे।
विरोध
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित नेताओं को करना पड़ रहा है विरोध का सामना
बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित सरकार के विभिन्न मंत्रियों को पिछले कई महीनों से राज्य में ही बड़े पैमाने पर विरोध का सामाना करना पड़ रहा है।
हालत यह है कि विरोध के कारण मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों को अपने कार्यक्रम निरस्त करने पड़े हैं। विरोध के दौरान उनसे लगातार कृषि कानूनों को निरस्त कराने की मांग की जाती है।
यात्रा
विरोध शांत करने के लिए निकाली 'तिरंगा यात्रा'
इस विरोध को शांत करने के लिए हरियाणा सरकार ने 1 अगस्त से 'तिरंगा यात्रा' शुरू कर दी, लेकिन भाजपा का कहना है कि इसका उद्देश्य युवाओ में देशभक्ति का जोश पैदा करना है। ऐसे में किसानों ने इस यात्रा का विरोध नहीं करने का फैसला किया था।
किसानों ने कहा था कि तिरंगा उनके लिए सर्वोपरि है। यह आंदोलन को बदनाम करने के लिए भाजपा की चाल भी हो सकती है। यदि किसान इसका विरोध करते तो टकराव होता।
निर्णय
इन सात जिलों में तिरंगा नहीं फहराएंगे सरकार के मंत्री
मुख्य सचिव कार्यालय से जारी आदेश के अनुसार, राज्य के कैथल, रोहतक, सिरसा, कुरुक्षेत्र, जींद, झज्जर और सोनीपत जिले किसान आंदोलन से प्रभावित है।
ऐसे में यहां स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण के लिए किसी भी मंत्री को नहीं भेजा जाएगा। इन जिलों में वहां के उपायुक्त ही ध्वजारोहण करेंगे।
बता दें कि ये सभी दिल्ली की सीमा पर स्थित है और यहां पिछले आठ महीनों से किसान डेरा जमाए बैठे हैं। ऐसे में समारोह में वह विरोध कर सकते हैं।
ध्वजारोहण
फरीदाबाद में ध्वजारोहण करेंगे मुख्यमंत्री खट्टर
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री खट्टर फरीदाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में ध्वजारोहण करेंगे।
इसी तरह उपमुख्यमंत्री चौटाला महेंद्रगढ़, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता करनाल, गृह मंत्री अनिल विज अंबाला, शिक्षा मंत्री कंवर पाल चरखी-दादरी, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा पलवल, ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह फतेहाबाद, कृषि मंत्री जेपी दलाल पंचकुला और सहकारिता मंत्री बनवारी लाल पानीपत, डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा भिवानी, राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव यमुनानगर, कमलेश ढांडा हिसार और अनूप धानक रेवाड़ी में ध्वजारोहण करेंगे।
जानकारी
ये उपायुक्त करेंगे ध्वजारोहण
मुख्य सचिव कार्यालय से जारी कार्यक्रम के अनुसार, करनाल के उपायुक्त कैथल, हिसार उपायुक्त कुरुक्षेत्र में तिरंगा फहराएंगे। इसी तरह रोहतक, कुरुक्षेत्र, जींद, झज्जर और सोनीपत के उपायुक्त अपने-अपने यहां होने वाले सरकारी कार्यक्रमों में ध्वजारोण करेंगे।
किसान
स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा निकालेंगे किसान
इधर, दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसानों और किसान संघों ने 15 अगस्त को हरियाणा के विभिन्न जिलों में हरियाणा सरकार की तर्ज पर ही तिरंगा यात्रा निकालने का ऐलान किया है।
इसी तरह बड़ी संख्या में राज्य के किसानों ने यह भी घोषणा की है कि वो सभी दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के विरोध में पिछले आठ महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सिंघू बॉर्डर पर पहुंचेंगे।
पृष्ठभूमि
क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं किसान?
मोदी सरकार कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए पिछले साल सितंबर में तीन कानून लाई थी। इनमें सरकारी मंडियों के बाहर खरीद के लिए व्यापारिक इलाके बनाने, अनुबंध खेती को मंजूरी देने और कई अनाजों और दालों की भंडारण सीमा खत्म करने समेत कई प्रावधान किए गए हैं।
पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों के किसान इन कानूनों का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि इनके जरिये सरकार मंडियों और MSP से छुटकारा पाना चाहती है।